नई दिल्ली. जैसलमेर के पास पोखरण से एक बार फिर पाकिस्तान चौंकने वाला है क्योंकि यहां से भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के 120 से ज्यादा लड़ाकू विमान अपनी ताकत दिखाने के लिए तैयार है. भारतीय वायुसेना 17 फरवरी को जैसलमेर के पास पोखरण एयर टू ग्राउंड रेंज में ‘वायु शक्ति-24 अभ्यास’ का आयोजन करने वाली है. इस साल अभ्यास में स्वदेशी विमान तेजस, प्रचंड और ध्रुव सहित 121 विमान अपना दमखम दिखाएंगे.
आपको बता दें कि पोखरण वही स्थान है, जहां मई 1998 में भारत द्वारा पांच परमाणु बम परीक्षण किए गए थे और अमेरिका तक को इसकी भनक नहीं लग पाई थी. भारत के इस न्यूक्लियर टेस्ट से पूरी दुनिया हिल गई थी और पड़ोसी देश पाकिस्तान में तो दहशत का माहौल था. उस वक्त देश में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी.
अभ्यास के बारे में जानकारी देते हुए वायुसेना के एक अधिकारी ने बताया कि अन्य भाग लेने वाले विमानों में राफेल, मिराज-2000, सुखोई-30 एमकेआई, जगुआर, हॉक, सी-130जे, चिनूक, अपाचे और एमआई-17 शामिल हैं. वायुसेना ने बताया कि सतह से हवा में मार करने वाली स्वदेशी हथियार प्रणाली आकाश और समर घुसपैठ करने वाले विमान को ट्रैक करने और मार गिराने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन करेंगे.
बता दें कि ‘वायु शक्ति अभ्यास’ का अंतिम संस्करण 16 फरवरी 2019 को आयोजित किया गया था. वायु सेना ने कहा कि हमेशा की तरह, पूर्व वायु शक्ति आईएमएफ की आक्रामक और रक्षात्मक क्षमताओं का दिन और रात में बेहतरीन प्रदर्शन करेगी. इस अभ्यास में भारतीय सेना के साथ-साथ संयुक्त अभियानों का भी प्रदर्शन किया जाएगा.
वायुसेना के मुताबिक, ‘एक्सरसाइज वायु शक्ति’ कई हवाई अड्डों से संचालन करते हुए लंबी दूरी, सटीक क्षमता के साथ-साथ पारंपरिक हथियारों को सटीक और समय पर वितरित करने की वायुसेना की क्षमता का प्रदर्शन होगा. आईएएफ ने कहा, विशेष अभियान में गरुड़ और भारतीय सेना के तत्व भी शामिल होंगे और प्रदर्शन करेंगे.
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FIRST PUBLISHED : February 11, 2024, 04:54 IST