नीतीश कुमार को रोकने की काफी कोशिश की गई लेकिन वह अलग हो गए। खड़गे ने बताया कि लालू प्रसाद यादव ने 5 दिन पहले भी इसके संकेत दिए थे जिसके बाद मैंने उनसे विस्तार के साथ पूरे घटनाक्रम पर बातचीत की थी।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद के साथ महा गठबंधन की सरकार को तोड़ते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। रविवार को बिहार में आए इस राजनीतिक उठा पटक के बीच नीतीश कुमार ने राज्यपाल राजेंद्र आर लेकर को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। बिहार में हुए राजनीतिक इस घटनाक्रम के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का भी बयान सामने आया है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बिहार में जनता दल यूनाइटेड और उसके महा गठबंधन के साथी आरजेडी से अलग होने पर बयान दिया है। उन्होंने नई सरकार के गठन के लिए भाजपा का साथ देने पर नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है। रविवार को मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि उन्हें नीतीश के इस कदम का अंदेशा पहले से ही था। खड़गे ने इस दौरान कहा कि देश में कई लोग ऐसे हैं जो आया राम गया राम है। उन्होंने कहा कि 5 दिन पहले राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने जदयू के महागठबंधन से बाहर निकलने की योजना के बारे में बताया था। नीतीश कुमार को रोकने की काफी कोशिश की गई लेकिन वह अलग हो गए। खड़गे ने बताया कि लालू प्रसाद यादव ने 5 दिन पहले भी इसके संकेत दिए थे जिसके बाद मैंने उनसे विस्तार के साथ पूरे घटनाक्रम पर बातचीत की थी। इसके बाद लालू प्रसाद यादव ने कहा था कि अगर उन्हें जाना है तो उन्हें जाने दीजिए।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि इसके बारे में जानने के बावजूद वह इसका खुलासा नहीं करना चाहते थे। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इसका ‘‘अंदेशा’’ था कि जद (यू) साथ छोड़गी। उन्होंने कहा, ‘‘ इसके संकेत थे…जब मैंने लालू जी और तेजस्वी यादव (बिहार के उपमुख्यमंत्री) से बात की थी तो उन्होंने जिक्र किया था कि जय (यू) साथ छोड़ेगी और हमें (कांग्रेस और राजद) साथ मिलकर लड़ना होगा। उन्होंने कहा, ‘‘इमें इसकी जानकारी थी लेकिन विपक्षी गुट ‘इंडिया’ को एकजुट रखने के लिए हमने इस पर कुछ नहीं बोला क्योंकि हमें लगा कि अगर हमने कुछ गलत बोल दिया तो गलत संदेश जाएगा। इसलिए जब मुझसे पिछले दो दिन में इस बारे में पूछा गया तो मैं कहता रहा कि मुझे इस संबंध में जानकारी नहीं है।’’
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