
एनडीएम सबके लिए समान रूल
मीडिया से बातचीत में ये गर्ल्स कैडेट्स कहती हैं कि नेशनल डिफेंस एकेडमी में ट्रेनिंग के दौरान लड़का लड़की होना कोई मायने नहीं रखता। सबके समान रूल हैं। सबको एक जैसी ही सख्त ट्रेनिंग से गुजरना पड़ता है। सभी के लिए अनुशासन का पैमाना भी एक जैसा ही है। तीन साल के ग्रेजुएशन कोर्स के बाद ऑफिसर ट्रेनिंग लेंगीं और फिर भारतीय सेना में शामिल हो जाएंगी।

क्या है एनडीए?
जिनकी भारतीय थल सेना, वायु सेना या नौसना में अफसर बनने की चाहत होती है वे एनडीए ज्वाइन करते हैं। एनडीए भारतीय सेना में अफसरों की भर्ती के लिए एक संयुक्त प्रशिक्षण एकेडमी है। इसमें तीन साल की ट्रेनिंग मिलती है। सेवा परमो धर्म के सिद्धांत वाली एनडीए की स्थापना 7 दिसम्बर 1954 को देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के हाथों हुई थी।

एनडीए कैसे ज्वाइन करें?
एनडीए ज्वाइन करने के लिए यूपीएससी की ओर से आयोजित परीक्षा पास करनी होती है, जिसके लिए जरूरी है कि अभ्यर्थी की उम्र 16 से 19 साल हो। एनडीए के इंडियन आर्मी में अफसर बनना हो तो अभ्यर्थी का किसी भी संकाय में 12वीं पास होना जरूरी है जबकि इंडियन एयरफोर्स या नेवी के लिए अभ्यर्थी फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स से 12वीं उत्तीर्ण हो। साथ ही कम से कम 60 प्रतिशत अंक हो। अभ्यर्थी की हाइट 148 सेंटीमीटर होनी आवश्यक है।

एनडीएम में ट्रेनिंग कैसे होती है?
संघ लोक सेवा आयोग की लिखित परीक्षा व इंटरव्यू पास करने के बाद अभ्यर्थी ट्रेनिंग के लिए एनडीए पहुंचते हैं। यहां पर उनको तीन साल की सख्त ट्रेनिंग मिलती है, जो न केवल उनको मानसिक बल्कि शारीरिक रूप से भी मजबूत बनाती है। एनडीए कैडेट्स के लिए फिजिकल फिट रहना भी काफी मायने रखता है। एनडीए में दाखिले के लिए परीक्षा एक वर्ष में दो बार होती है।