रवि सिंह/ विदिशा : देश में मां दुर्गा के कई प्राचीन मंदिर है. सभी की कुछ अलग-अलग मान्यताएं भी होती हैं, लेकिन मध्य प्रदेश के विदिशा में मां दुर्गा का अनोखा मंदिर है, जहां पर माता को सिंदूर चढ़ाया जाता है. यह मंदिर विदिशा के रामलीला चौराहे पर स्थित है, यहां भक्त माता को सिंदूर चढ़ाकर अर्जी लगाते है. आइए जानते है सिंदूर वाली मां दुर्गा की पूरी कहानी.
मंदिर के पुजारी हेमंत शर्मा का कहना है कि मंदिर से पहले यहां पर गौशाला हुआ करती थी, और करीब 200 साल पहले यहां पर खुदाई की गई. खुदाई में मां दुर्गा की मूर्ति निकली. मां दुर्गा की मूर्ति के साथ शंख, त्रिशूल, झालर भी खुदाई में निकले हैं. इसके बाद यहां पर मां दुर्गा को विराजमान कर दिया गया. तब से यह दुर्गा मंदिर के नाम से प्रसिद्ध हो गया.
किसी भी मंदिर में नहीं चढ़ता माता को सिंदूर
वैसे तो वैसे तो देश में मां दुर्गा के कई मंदिर हैं, जहां मां को खीर पुरी, हलवा, मिठाई और नारियल चढ़ाया जाता है, लेकिन यह पहला मंदिर होगा जहां मां दुर्गा को सिंदूर चढ़ाया जाता है.पंडित हेमंत शर्मा का कहना है कि सिंदूर चलाने की यह परंपरा मूर्ति की स्थापना के साथ से ही चली आ रही है इसलिए हम भी माता को सिंदूर चढ़ाते हैं और इसलिए यह मंदिर अपने आप में अनूठा मंदिर है.
सिंदूर चढ़ने से होती है मन्नत पूरी
पंडित हेमंत शर्मा का कहना है कि हर मंगलवार और शनिवार को जो भक्त यहां पर आरती में शामिल होता है और सच्चे मन से सिंदूर चढ़ता है उसकी सभी मनोकामनाएं मां जगजननी पूरी करती हैं. और साथ ही भक्त मां जगजननी को सिंदूर चढ़ने के लिए विदिशा ही नहीं अन्य शहरों से भी आते हैं.
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FIRST PUBLISHED : October 16, 2023, 14:10 IST