अरविंद शर्मा / भिण्ड. गणेश चतुर्थी के बाद अब नवरात्रि आने वाली है. ऐसे में लोग तैयारी में अभी से जुट गए है. पीओपी से खास डिजाइन देकर मूर्ति को सुंदर स्वरूप दिया जा रहा है. लेकिन क्या आपको पता है आखिर कैसे पीओपी से तैयार होती सुंदर प्रतिमाएं. आज हम आपको इस खबर में बताने वाले है पीओपी से देवी की प्रतिमाएं कैसे तैयार होती है, क्या इस्तेमाल किया जाता है.
नवरात्रि आते ही भिण्ड जिले में शहर के गली मोहल्लों में अलग अलग जगहों पर माता रानी को बैठाने के लिए सुंदर प्रतिमाएं बनाई जा रही है. इन्हें तैयार करने के लिए बाहर से भी कारीगरों को बुलाया गया है जो पीओपी से सुंदर आकर देते है. मूर्तिकलाकार रवि बताते है हम मिट्टी से भी मूर्ति तैयार कर सकते है लेकिन जो सुंदर स्वरूप पीओपी से आता है वह मिट्टी से नही आ पाता इसलिए हम पीओपी से तैयार करते है. हमें बहुत सामग्री की जरूरत होती है जो बाजार से लेकर आते है. इसे तैयार करने की खास विधि भी है.
ऐसे तैयार होती है
मूर्ति को सुंदर आकर देने के लिए कारीगर के द्वारा पीओपी को पानी मे घोला जाता है इसके बाद एक सांचे में नारियर की जटा के साथ इसको भिगोकर सांचे में भर दिया जाता है. करीबन चार घण्टे के लिए सुखाया जाता है फिर मूर्तिबनकर सांचे में तैयार होती है उसको सांचे से बाहर निकाला जाता है. फिर इसकी घिसाई की जाती है. सुंदर आकार में सजाकर बाजार में भेजी जाती है. फिलहाल यह मूर्ति भिण्ड शहर के भरौली रॉड पर तैयार की जा रही है. यहां आपको एक सैकड़ा से अधिक मूर्तियों का निर्माण करते बाहर से आए कलाकारों द्वारा की जा रही है.
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FIRST PUBLISHED : October 4, 2023, 16:05 IST