नर्मदापुरम, रतलाम, सतना, छिंदवाड़ा, इंदौर और खजुराहो में जबरदस्त बारिश होने से किसानों के चेहरे खिल उठे। राजधानी भोपाल में भी रुक रुक कर बारिश का सिलसिला चलता रहा।
बारिश का आंकड़ा
बुधवार सुबह 8:30 बजे से शाम के 5:30 बजे तक दर्ज आंकड़ों के अनुसार रतलाम और पचमढ़ी में 29-29 मिली मीटर, सतना 22, छिंदवाड़ा 20, इंदौर 15.9, खजुराहो 15.02, जबलपुर में 14, उमरिया 13, धार 10 शिवपुरी 8, उज्जैन 8, ग्वालियर 7.4, सागर में 7, बैतूल 7, रायसेन 5, रीवा 4, नर्मदापुरम 3, खंडवा 3, मलाजखंड 2, मंडला 2, नरसिंहपुर 2, दमोह 2, खरगोन 1, नौगांव 1, भोपाल शहर में 0.6, भोपाल जिले में 0.6 मिलीमीटर बारिश हुई। इसके अलावा गुना में भी बूंदाबांदी हुई।
अच्छी बारिश की उम्मीद
वैज्ञानिकों ने अनुमान जताया है कि आने वाले दिनों में भी प्रदेश में अच्छी मानसूनी बारिश हो सकती है। बंगाल की खाड़ी में बना रहे चक्रवाती तूफान और कम दबाव के क्षेत्र के कारण अभी मध्य प्रदेश में बारिश हो रही है। इसके साथ ही आने वाले दिनों में मध्य प्रदेश में पूर्वी हवाएं भी सक्रिय हो सकती हैं। 10 सितंबर तक बंगाल की खाड़ी में एक और नया मौसम तंत्र सक्रिय होगा
इससे प्रदेश में बारिश होते रहेगी। उम्मीद जताई जा रही है कि 20 सितंबर तक प्रदेश बारिश का दौर जारी रह सकता है।
कोटा अब भी अधूरा
भले ही अभी अच्छा पानी गिर रहा हो, लेकिन मध्य प्रदेश का कोटा अब तक पूरा नहीं हो पाया है। 1 जून से 5 सितंबर की स्थिति में मानसून सामान्य से 19% कम बरसा है। अब तक प्रदेश में 32.43 इंच बारिश हो जानी चाहिए थी, लेकिन सिर्फ 26.16 इंच बारिश ही हो पाई है। मौसम वैज्ञानिक डॉ. शैलेंद्र नायक ने बताया कि अगर बारिश का सिलसिला इसी तरह जारी रहा तो जल्द ही औसत बारिश का आंकड़ा पूरा हो सकता है।
यहां बारिश का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने गुरुवार को भी प्रदेश के कई जिलों में अच्छी बारिश का अनुमान जताया है। टीकमगढ़, निवाड़ी, उज्जैन और आगर मालवा जिलों में कहीं-कहीं अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। वहीं सीहोर, राजगढ़, हरदा, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, देवास, शाजापुर, गुना, अशोकनगर, दतिया, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर और छतरपुर जिलों में भी कहीं भारी बारिश हो सकती है। इसके साथ ही मौसम विभाग ने प्रदेश की सभी जिलों में बारिश का अनुमान जताया है।
तापमान में गिरावट
अच्छी बारिश होने से लोगों को उम्र से भी राहत मिली है लगातार पानी गिरने के कारण तापमान में भी गिरावट दिखाई दी प्रदेश के अधिकांश जिलों का तापमान एक बार फिर 30 डिग्री सेल्सियस के नीचे पहुंच गया।