हालांकि मौसम विभाग ने थोड़ी उम्मीद जताई है। रविवार से प्रदेश के कुछ हिस्सों में तेज बारिश का दौर शुरू हो सकता है।
खराब होने लगी फसलें
बारिश शुरू हो इससे पहले ही प्रदेश की सोयाबीन, धान और मक्का की फसलें सूखने लगी हैं। प्रदेश भर से ऐसे डरावने वीडियो और फोटो सामने आ रहे हैं, जिन्हें देखकर रूह कांप सकती है। सोयाबीन में फल लगने ही वाले थे कि पानी गायब हो गया, इससे फल्लियां ही सूखने लगीं, पत्ते पीले पड़ने लगे। मक्का के पत्ते भी मुरझाकर कमजोर होने लगे, उनमें भुट्टा लगने ही वाले थे, लेकिन अचानक पानी दगा दे गया, अब उनमें दाने नहीं भर रहे। धान की ही कुछ ऐसे ही हालत है।
गर्मी के मौसम जैसे चढ़ रहा पारा
एक तो पानी नहीं गिर रहा है दूसरी ओर तापमान लगातार तेजी से चढ़ रहा है। प्रदेश के अधिकांश शहरों का तापमान शनिवार को 32 डिग्री सेल्सियस के ऊपर दर्ज हुआ।
प्रमुख शहरों का तापमान
सर्वाधिक तापमान खजुराहो और ग्वालियर में 37.4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया।जबलपुर में 35.5, मंडला में 35.5, रीवा में 36.4, सतना में 36.9, सीधी में 36.4, भोपाल में 34.4, नर्मदापुरम में 35.5, इंदौर में 33 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान पहुंच गया है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि अगर दो-चार दिन और बारिश नहीं हुई और लगातार इसी तरह तापमान बढ़ते गया तो फसलें पूरी तरह तबाह हो जाएंगी।
आज से कुछ स्थानों में तेज बारिश के आसार
हालांकि मौसम वैज्ञानिकों ने कुछ उम्मीद भी जताई है। उनका कहना है कि 3 सितंबर यानी कि रविवार से प्रदेश के कुछ इलाकों में माध्यम से लेकर भारी बरसात भी हो सकती है। पूर्वी मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्थान पर तेज बारिश का दौर शुरू हो सकता है। जबलपुर और शहडोल संभाग के जिलों में चार और 5 सितंबर को भारी बारिश के आसार जताए गए हैं।
यहां हो सकती है बारिश
मौसम विभाग ने रविवार को चंबल, ग्वालियर, सागर, रीवा, जबलपुर, उज्जैन इंदौर, भोपाल, नर्मदापुरम संभाग में मामूली बारिश होने का अनुमान जताया है। रविवार को नर्मदापुरम संभाग के जिले और देवास, खरगोन, बुरहानपुर, डिंडोरी, जबलपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, नरसिंहपुर, भिंड, पन्ना, अनूपपुर, सागर, दमोह, छतरपुर जिलों में कहीं-कहीं बारिश होने का अनुमान है।