MP CM Oath Ceremony| मध्यप्रदेश में शुरू हुआ मोहन राज, ली मुख्यमंत्री पद की शपथ

भोपाल। मध्यप्रदेश में प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में मोहन यादव ने बुधवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। इसी के साथ मध्यप्रदेश में अब मोहन राज की शुरुआत हो गई है। मध्यप्रदेश के मनोनीत मुख्यमंत्री मोहन यादव बुधवार को यहां पद की शपथ ली। इस शपथ ग्रहण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और अन्य नेता शामिल हुए।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मध्यप्रदेश इकाई के प्रमुख विष्णु दत्त शर्मा और निवर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समारोह की तैयारियों की समीक्षा के बाद संवाददाताओं से कहा कि यहां लाल परेड ग्राउंड में पूर्वाह्न साढ़े 11 बजे आयोजित होने वाले शपथ ग्रहण समारोह के लिए विस्तृत व्यवस्था की जा रही है। शर्मा ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, कई भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे।’’

चौहान ने कहा कि कार्यवाहक मुख्यमंत्री होने के नाते यह देखना उनका कर्तव्य है कि शपथ ग्रहण समारोह के लिए सभी तैयारियां की जाएं। भाजपा के एक प्रवक्ता ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी समारोह में शामिल होंगे। पार्टी सूत्रों ने बताया कि इस समारोह में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं, खासकर यादव के गृहनगर उज्जैन से लोगों के मौजूद रहने की उम्मीद है। कई दिनों से चल रही अटकलों को खत्म करते हुए, भाजपा ने सोमवार को यादव को राज्य के नए मुख्यमंत्री के रूप में चुना और पार्टी के दिग्गज नेता शिवराज सिंह चौहान पांचवीं बार मुख्यमंत्री पद संभालने का रिकॉर्ड नहीं बना पाए।

चौहान सरकार में मंत्री यादव (58) को सोमवार को एक बैठक के दौरान सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया। मध्य प्रदेश में राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा उप मुख्यमंत्री होंगे। प्रवक्ता ने कहा हालांकि फिलहाल यह साफ नहीं है कि वे भी यादव के साथ शपथ लेंगे या नहीं। मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में शामिल वरिष्ठ भाजपा नेता और नवनिर्वाचित विधायक नरेंद्र सिंह तोमर नए विधानसभा अध्यक्ष होंगे। यादव को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का करीबी माना जाता है और उन्हें शीर्ष पद के दावेदार के रूप में नहीं देखा जा रहा था। वह अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदाय से आते हैं, जिनकी संख्या राज्य की जनसंख्या में 48 प्रतिशत से अधिक है।

सोमवार को मुख्यमंत्री नामित होने के बाद यादव ने राज्यपाल मंगूभाई पटेल से मुलाकात की और अगली सरकार बनाने का दावा पेश किया। यादव 2013 में पहली बार उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक चुने गए थे। उन्होंने 2018 और फिर 2023 में विधानसभा सीट बरकरार रखी। पिछले महीने के विधानसभा चुनावों में, भाजपा ने राज्य की 230 विधानसभा सीटों में से 163 सीटें जीती और कांग्रेस को 66 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर धकेल दिया।

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