भोपाल. मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर मतभेद गहराता जा रहा है. जिसका असर विक्षपी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A. पर पड़ सकता है. बुधवार शाम एमपी में सपा ने 22 प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी कर दी है. वहीं I.N.D.I.A. गठबंधन को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि कांग्रेस को ये स्पष्ट करना चाहिए कि इंडिया (I.N.D.I.A.) गठबंधन प्रदेश के स्तर पर है या देश के स्तर पर. प्रदेश के स्तर पर नहीं है, तो भविष्य में भी नहीं होगा.
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच समझौता हो गया था. इसके तहत कांग्रेस ने 9 सीटें सपा को लड़ने के लिए दी थी. इसके बाद पार्टी ने पहली लिस्ट जारी कर 9 लोगों को उम्मीदवार बनाया था. इसके बाद अब कांग्रेस और सपा के बीच सीटों को बंटवारे को लेकर रार बढ़ गई है. सपा ने बीती शाम ही मध्यप्रदेश में उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की है. इसमें 22 प्रत्याशी घोषित किए हैं, वहीं इन सीटों पर कांग्रेस भी अपने प्रत्याशी घोषित कर चुकी है. इससे राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A. को बड़ा झटका लगा है. अब तक सपा कुल 31 उम्मीदवार चुनाव में उतार चुकी है.
विपक्षी दलों के गठबंधन पर सपा प्रमुख का सवाल
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने विपक्षी दलों के राष्ट्रीय स्तर के गठबंधन पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या I.N.D.I.A. गठबंधन राष्ट्रीय स्तर पर है या राज्य स्तर पर है. यदि यह राज्य स्तर पर नहीं है, तो भविष्य में अन्य राज्यों के स्तर पर नहीं होगा. उन्होंने कहा कि दो दिन पहले रात के एक बजे तक चले विचार विमर्श के बाद बातचीत नहीं बन पाई थी.
बीजेपी को हराने सपा के हिस्से की सीटें कांग्रेस को देने की जरूरत
उधर समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता फख़रूल हसन चांद ने कहा कि समाजवादी पार्टी के संगठन की जो ताकत मध्यप्रदेश में है, वही कांग्रेस के संगठन की ताकत उत्तरप्रदेश में है. अगर कांग्रेस, भाजपा को हराना चाहती है, तो मध्यप्रदेश में समाजवादी पार्टी के हिस्से की सीट कांग्रेस को देनी पड़ेंगी.
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FIRST PUBLISHED : October 19, 2023, 10:49 IST