जिस पर उन्होंने स्पष्ट तौर पर मना कर दिया। उन्होंने कहा कि पद के मोह में मैं अपनी पार्टी छोड़ कर कभी नही जाऊंगा। जिन्हें पद का मोह होता है वो अपनी पार्टी छोड़ कर दूसरी पार्टी में शामिल होते है जैसे ज्योतिरादित्य सिंधिया।
आगे उन्होंने कहा कि जो बीजेपी नेता कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं उन्हे भी पद का का मोह है। उन्हें लगता है कि शायद उन्हें कांग्रेस से टिकट मिल जाए। इस वजह से वो अपनी विचारधारा को छोड़कर पार्टी बदल रहे हैं।
वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने बोला कि ज्योतिरादित्य सिंधिया जब बीजेपी में शामिल हुए तब भी मैनें उनका विरोध किया था। उनके बीजेपी में आने से ही पार्टी में आवागमन की प्रकिया चल रही है।
वहीं हाल ही में बीजेपी का दामन छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए भंवर सिंह शेखावत को लेकर उन्होंने कहा कि वे अपने टिकट के लिए बोल रहे हैं। वे चाहते हैं कि उन्हें इंदौर नंबर एक से या देपालपुर से या फिर बदनावर से टिकट मिल जाए। परंतु ये उनके स्वार्थ का मामला है।
वहीं इंदौर में नाइट कल्चर को लेकर भी उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की। उन्होंने कहा कि नाइट कल्चर कोई आज से नही चल रहा है। यह वर्षों पुराना है। कुछ नेता जो नाइट कल्चर का विरोध कर रहें हैं, जैसे विधायक उषा ठाकुर ये इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उनका जन्म बाद में हुआ है। उन्हे पूराने समय के बारे में जानकारी नहीं है।