मोहन ढाकले/बुरहानपुर. जिले से 5 किलोमीटर दूर उतावली नदी के तट पर 1623 में शाहनवाज खान ने काले ताजमहल का निर्माण कराया था. यह ताजमहल शाहनवाज खान और उसकी पत्नी के प्रेम का प्रतीक माना जाता है. इस काले ताजमहल के निर्माण के बाद आगरा में ताजमहल बनाया गया था, जिस तरह से उतावली नदी के तट पर इस काले ताजमहल का निर्माण किया गया है, उसी तरह से आगरा में यमुना नदी के किनारे ताजमहल बनाया गया है.
काले पत्थरों से बना है काला ताजमहल
इतिहासकार कमरुद्दीन फलक का कहना है कि यह काला ताजमहल काले पत्थरों से बना है और आगरा के ताजमहल से पहले इस काले ताजमहल का निर्माण कराया गया है. इसे शाहनवाज खान ने अपनी पत्नी के लिए बनवाया था, जिसकी कब्र भी तहखाने में स्थित है. जैसे मुमताज की कब्र आगरा ताजमहल में तहखाने में है, इस तरह से शाहनवाज की पत्नी की कब्र भी रखी गई है. काले ताजमहल की तरह आगरा का ताजमहल भी दिखता है.
देश विदेश से निहारने पहुंचते हैं पर्यटक
इस काले पत्थरों से बने हुए काले ताजमहल को निहारने के लिए देश-विदेश के पर्यटक भी पहुंचते हैं. इसकी देखरेख पुरातत्व विभाग करता है. इसकी मीनारें भी ताजमहल की तरह ही नजर आती हैं. दोनों में इतना ही फर्क है कि आगरा का ताजमहल संगमरमर से बना हुआ है और यह काला ताजमहल काले पत्थरों से बनाया गया है.
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FIRST PUBLISHED : November 4, 2023, 14:21 IST