अर्पित बड़कुल, दमोह : देश को आजाद हुए भले ही 76 बरस बीत गए हो लेकिन बुंदेलखंड के दमोह जिले के दूर दराज ग्रामीण इलाकों में आज भी लोग बिजली को चंद मिनटों का मेहमान मानते हैं.यही वजह है कि आज बीच जंगलो में बनी सरकारी स्कूलों की बिल्डिंगो में पड़ने वाले छात्र छात्राओं में तकनीकी शिक्षा का अभाव है.बच्चों की बिना बिजली के स्मार्टस क्लासेस भी नहीं लग पा रही है.
बच्चों के बेहतर भविष्य की परवाह करते हुए आईसीआईसीआई बैंक ने निःशुल्क ही सरकारी स्कूलों की बिल्डिंगों में सौर ऊर्जा की प्लेट्स लगाने का काम शुरू किया है. ताकि ग्रामीण इलाकों के बच्चे कम्प्यूटर की शिक्षा ले सके. इतना ही नहीं ग्रामीण परिवेश के बच्चे भी अब प्रोजेक्टर के माध्यम से इंटरनेट से जुड़कर बाहरी शिक्षा को अर्जित कर सकेंगे.
आधा दर्जन गांवों में बैंक ने लगाए सौरपैनल
आईसीआईसीआई बैंक द्वारा तेंदूखेड़ा ब्लॉक के करीब आधा दर्जन गावों के सरकारी स्कूलों में निशुल्क ही सौर ऊर्जा प्लेट्स लगाई है, जिनमें हरदुआ सड़क,बमनोदा,केवलारी,सर्रा, माधो और चंदना गांव में इस बैंक स्कूलों को बिजली से जगमगा दिया.ICIC बैंक के सदस्य रोहित अहवासी ने बताया कि हमारी बैंक बीते छः महीनो से लगातार ग्रामीण इलाकों में मोनिटरिंग कर रही है, जिसमें बैंक के सदस्यों द्वारा जिन इलाकों में बनी सरकारी स्कूलों में बिजली व्यवस्था धरासाई है वहां निःशुल्क सौर ऊर्जा पैनल लगाने का काम कर रही है. ताकि ग्रामीण परिवेश में पले बढ़े बच्चे भी तकनीकी शिक्षा से जुड़ सकें.
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FIRST PUBLISHED : October 5, 2023, 18:45 IST