MP का इकलौता गांव! यहां धुलंडी पर नहीं खेलते रंग,एक दिन बाद मनाने की परंपरा

दीपक पाण्डेय/खरगोन. भारत एकमात्र ऐसा देश है, जो यहां की प्राचीनता, संस्कृति और सभ्यता के लिए पूरे विश्व में एक अलग पहचान रखता है. आधुनिकता के इस दौर में भले ही भारत डिजिटल हो रहा है, लेकिन यहां के लोग आज भी अपनी परंपराओं और संस्कृति से जुड़े हुए है. बरसो पहले बुर्जुगो द्वारा शुरू की गई परंपराओं का लोग आज भी बखूबी निर्वहन कर रहे है.

बता दें की वैसे तो पूरे साल देश तीज त्यौहार मनाए जाते है. लेकिन चार त्यौंहार प्रमुख मानें जाते है. उन्हीं में एक होली भी शामिल है. इस साल 25 मार्च 2024 सोमवार को देशभर में होली (धुलंडी) मनाई जाएगी. होली को लेकर लोगों में खासा उत्साह रहता है. पूरे साल इस दिन का हर कोई बड़ी बेसब्री से इंतजार करता है.

अनोखी है गांव की परंपरा
मध्य प्रदेश का एक गांव ऐसा है. यहां होली के दिन कोई भी व्यक्ति होली नहीं खेलता है. जी हां, हम बात कर रहे है खरगोन जिला मुख्यालय से लगभग 59 Km दूर गांव चोली की है. इसे देवों की नगरी देवगढ़ भी कहां जाता है. जब पूरा देश होली के रंग में रंगा होता है. इस गांव में बच्चों के लेकर बुजुर्गो तक कोई भी व्यक्ति होली नहीं खेलता है. यें अनोखी परंपरा विगत कई सदियों से इसी प्रकार गांव के लोग निभाते आ रहे है.

अगले दिन खेलते है होली
ग्रामीण नवीन कुमार, किशोर सिंह ठाकुर (तकन बाबा), गौरव सिंह ठाकुर ने बताया की चोली गांव में सबसे ज्यादा आबादी यदुवंशी ठाकुर समाज की है. समाज के करीब 700 परिवार यहां निवास करते है. होली के दिन समाज का कोई भी व्यक्ति गांव में होली नहीं खेलता है. धुलंडी के अगले दिन पूरा गांव मिलकर एकसाथ होली का उत्सव धूमधाम से मनाते है.

इसलिए नहीं खेलते होली –
माना जाता है की धुलंडी के दिन इसलिए भी होली नहीं खेलते है कि क्योंकि इसे सुख दुःख की होली मानते है. और ये होली उनके लिए है जिनके परिवारों में गमी हुई होती है. उस परिवार में खुशियां नहीं मनाई जाती. कोई मांगलिक कार्य नहीं कर पाते है. इसलिए होली के दिन सुबह पूरा समाज उनके घर जाता है. उन्हे गुलाल लगाता है. सत्वाना दी जाती है. ताकि परिवार में मांगलिक कार्य प्रारंभ हो सके.

सामाजिक एकता का संदेश
नवीन कुमार ने कहां की इसके पीछे सामाजिक एकता का संदेश भी रहता है. समाज के हर व्यक्ति के सुख दुःख में समाज खड़ा रहता है. जिस परिवार में गमी हुई है उसके साथ समाज खड़ा है, यह दिखाने का प्रयास भी रहता है.

Tags: Holi news, Latest hindi news, Local18, Madhya pradesh news

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *