
ठाकुरद्वारा में पकड़ा गया गुलदार
– फोटो : संवाद
ठाकुरद्वारा कोतवाली क्षेत्र के गांव राई भूड़ के मझरा मुनीमपुर में शुक्रवार सुबह करीब 4 बजे एक तेंदुआ शिकार की तलाश में गांव के मोहित यादव के घर में घुस गया। शिकार की तलाश में वह घर के अंदर बनी भूसे की कोठरी में चला गया।
मोहित ने तेंदुए को अंदर जाते देखा तो उसने कोठरी का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया और इसकी सूचना गांव के प्रधान भानु प्रताप सिंह और ग्रामीणों को दी। मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। ग्राम प्रधान ने इसकी सूचना वन विभाग ठाकुरद्वारा के रेंजर रवि कुमार गंगवार को दी।
जिस पर तेंदुए को पकड़ने के लिए जिला वन अधिकारी सूरज, ठाकुरद्वारा और बिजनौर के दरोगा और पुलिस की टीम गांव में पहुंच गई। टीम ने सुबह करीब 6 बजे पहुंच कर मोहित यादव के घर की घेराबंदी कर कर तेंदुए को पकड़ने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
करीब 8 घंटे तक चले रेस्क्यू के बाद दोपहर करीब दो बजे टीम को सफलता मिली। टीम ने तेंदुए को जाल के माध्यम से कब्जे में कर उसे अपने साथ लाए पिंजरे में कैद कर लिया। बाद में वन विभाग की टीम पिंजरे को तेंदुए सहित डीसीएम से मुरादाबाद ले गई।
पकड़े गए तेंदुए को देखने के लिए गांव में भारी भीड़ जमा रही। तेंदुए को पकड़ने वाली वन विभाग की टीम में रंजन एमपी सिंह, पुष्पराज सिंह, मनोज वर्मा, पीयूष जोशी, मदन सिंह, अमरजीत सिंह, गणेश राम आदि शामिल रहे।
डेढ़ वर्ष पूर्व ने गांव के जंगल में बच्ची पर किया था हमला
ठाकुरद्वारा क्षेत्र के गांव राई भूड़ के मजरा मुनीमपुर में करीब दो साल से तेंदुए का आतंक है। गांव के पास रामगंगा नदी और घना जंगल है। ग्राम प्रधान भानु प्रताप सिंह का कहना है कि आए दिन आसपास के जंगल और गांव के आसपास तेंदुए की गतिविधियां देखी जाती है।
करीब डेढ़ वर्ष पूर्व जंगल में परिजनों के साथ गई जसवंत सैनी की डेढ़ वर्ष की बच्ची पर तेंदुए ने हमला कर घायल कर दिया था। बाद में परिजन और खेतों में काम कर रहे किसानों के आ जाने से किसी तरह बच्ची की जान बच सके थी।
मोहित की बहादुरी के कारण पकड़ा गया तेंदुआ
ठाकुरद्वारा। क्षेत्र के गांव राई भूड़ के मजरा मुनीमपुर में तेंदुआ मोहित यादव की बहादुरी के कारण पकड़ा गया। मोहित यादव उत्तर प्रदेश पुलिस की भर्ती परीक्षा की तैयारी कर रहा है। वह सुबह चार बजे दौड़ लगाने के लिए उठा तो उसे घर की छत के पीछे से जीने के रास्ते अंदर आता हुआ तेंदुआ दिखाई दिया।
जिस पर वह घबराया नहीं। तेंदुए की गतिविधि की वीडियो बनाने लगा। बिना शोर मचाए पहले उसने तेंदुए को अपने भूसे की कोठरी के अंदर जाते देखा तो अंदर घुसते ही उसने कोठरी का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया।
फिर उसने इसकी सूचना अपने परिवार के लोगों व ग्रामीणों और ग्राम प्रधान को दी। मोहित यादव के साहस के कारण ही ग्रामीण तेंदुए को पकड़े जाने की बात कह रहे हैं।
युवक को छुड़ाने को प्रदर्शन
कोतवाली ठाकुरद्वारा क्षेत्र के गांव राईभूड मुनीमपुर में तेंदुआ पकड़ने के दौरान गांव का युवक उमेंद्र हंगामा करने लगा। जिस पर मौके पर मौजूद पुलिस ने उसे पकड़ लिया तो आरोपी पुलिस से ही भिड़ गया। जिस पर पुलिस ने उसे कब्जे में ले लिया। इसे लेकर ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया। वन विभाग और पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी करने लगे। बाद में उमेंद्र को छोड़ने पर ग्रामीण शांत हुए।