Mission Ajay: इजरायल में हॉस्‍टल में था छात्र, कुछ ही दूरी पर बरस रहे थे बम, सकुशल लौटकर बताया भयावह मंजर

हाइलाइट्स

इजरायल-हमास के युद्ध में फंसे भारतीयों को मिशन अजय के तहत वापस लाया जा रहा है.
इजरायल से लौटे राहुल और उसके परिवार ने भारत सरकार का धन्यवाद किया.

वाराणसी. इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध में फंसे 18 हजार भारतीय वापस आ रहे हैं. उन्हें ‘मिशन अजय’ के तहत सुरक्षित भारत लाया जा रहा है. उन भारतीयों में बनारस का रहने वाला एक छात्र राहुल भी शामिल है. राहुल ने न्यूज़ 18 से बातचीत में युद्ध के मंजर की दिल दहला देने वाली कहानी बताई.

बनारस का रहने वाला छात्र राहुल इजरायल के जेरुसलम में स्थित ‘द हिब्रू यूनिवर्सिटी ऑफ जेरुसलम से पीएचडी फॉर्मेसी कर रहा है. वह साल 2022 में पढ़ाई के लिए इजरायल पहुंचा था. सब कुछ सही चल रहा था, लेकिन बीते 7 अक्टूबर से राहुल ने जो देखा और बताया उससे वो और उसके परिवार के लोग काफी सहम गए थे. इसके तुरंत बाद राहुल के परिवार ने वाराणसी में स्थित पीएम मोदी के संसदीय कार्यालय में संपर्क किया. जिसके बाद राहुल को मिशन अजय के तहत सकुशल भारत लाया गया और राहुल अब अपने परिवार के साथ है.

कुछ ही दूरी पर बरस रहे थे बम
राहुल ने बताया कि हमास ने जब 7 अक्टूबर को इजरायल पर बमबारी की उस वक्त वह अपने हॉस्टल में था. बमबारी से वो सहम गया. हमास के आतंकी बम बरसा रहे थे, वहां सभी लोग डर गए थे. मंजर काफी भयावह हो गया था, सभी को घरों के भीतर ही रहने की हिदायत दी गयी थी. राहुल का पहले से ही 7 अक्टूबर का भारत आने के लिए टिकट बुक था, लेकिन हमास की बमबारी की वजह से टिकट कैंसिल हो गया था. राहुल ने फिर ट्राई किया, लेकिन सफलता नहीं मिली. इधर राहुल के माता-पिता और भाई काफी परेशान हो गए. राहुल से फोन पर बातचीत होती थी. वह बताता था कि कैसे वहां बम गिर रहे हैं. राहुल जहां था वहां से महज 7 किलोमीटर की दूरी पर हमास के आतंकी बम गिरा रहे थे.

Mission Ajay: इजरायल में हॉस्‍टल में था छात्र, कुछ ही दूरी पर बरस रहे थे बम, सकुशल लौटकर बताया भयावह मंजर

मोबाइल सिग्नल ट्रैक कर बम गिरा रहे थे आतंकी
राहुल और उसके परिवार वाले तब और ज्यादा घबरा गए, जब इजरायल सरकार ने उन्हें मोबाइल चलाने से मना कर दिया. जिससे कनेक्टिविटी नहीं हो पा रही थी. राहुल का कहना था कि हमास के आतंकी मोबाइल सिग्नल भी ट्रैक कर बम बरसा रहे थे कि किस इलाके में ज्यादा भीड़ है, लेकिन फिर बाद में हम मोबाइल यूज करने लगे. इधर राहुल के भाई ने वाराणसी में स्थित पीएम मोदी के कार्यालय से सम्पर्क किया और संसदीय कार्यालय ने तुरंत इसकी सूचना पीएमओ को दी. जिसके बाद राहुल से सम्पर्क किया गया और उसे सकुशल 13 तारीख को भारत लाया गया. राहुल और उसका परिवार मिशन अजय की तारीफ कर रहा है. उनका कहना है कि पीएम मोदी ने अगर मिशन अजय नहीं चलाया होता तो, बहुत दिक्कत होती, मिशन अजय के कारण हम सुरक्षित वापस आ सके हैं.

Tags: Hamas attack on Israel, Israel News, Varanasi news

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