Mephedrone Seizure Case : खाने के पैकेट में छिपाकर लंदन भेजा जा रहा था मादक पदार्थ

पुणे पुलिस द्वारा मेफेड्रोन की अब तक की सबसे बड़ी जब्ती मामले की जांच से पता चला है कि इस मादक पदार्थ को खाने के पैकेट में छिपाकर दिल्ली की एक कूरियर फर्म के माध्यम से लंदन में तस्करी की जाती थी।

एक शीर्ष अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
पुणे के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने कहा कि पुलिस ने अब तक पुणे और दिल्ली के कुछ स्थानों से लगभग 1,700 किलोग्राम मेफेड्रोन जब्त किया है।

इस सिलसिले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उनके संबंधों की जांच की जा रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘जारी तलाशी अभियान में, हमारी टीम ने पुणे में 720 किलोग्राम मेफेड्रोन जब्त किया है, जिसमें से लगभग 600 किलोग्राम शहर के बाहरी इलाके में पुणे-सोलापुर रोड पर कुरकुंभ एमआईडीसी क्षेत्र में स्थित एक उत्पादन इकाई से बरामद किया गया।’’

कुमार ने कहा, ‘‘दिल्ली में जारी अभियान में अब तक 970 किलोग्राम मेफेड्रोन बरामद किया जा चुका है। जब्त किए गए प्रतिबंधित पदार्थ की कीमत 3,000 करोड़ रुपये से 3,500 करोड़ रुपये के बीच होने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि दिल्ली में हुई बरामदगी में एक कूरियर फर्म का नाम सामने आया है।

दिल्ली और पुणे पुलिस ने संयुक्त रूप से राष्ट्रीय राजधानी के कोटला मुबारकपुर और हौज खास इलाकों में छापेमारी की।
कुमार ने कहा, ‘‘हमें पता चला है कि प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ पैकेट में छिपाकर कुछ प्रतिबंधित पदार्थ दिल्ली स्थित एक कूरियर कंपनी के माध्यम से लंदन भेजा गया था।’’

उन्होंने कहा कि इस कूरियर कंपनी के एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है। कुमार ने कहा कि मेफेड्रोन का उत्पादन कुरकुंभ एमआईडीसी स्थित इकाई में किया जा रहा था।
उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली और पुणे के अभियान के अलावा, एक और कार्रवाई महाराष्ट्र के सांगली में की जा रही है जहां कुछ मात्रा में मादक पदार्थ जब्त किया गया है।

पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘अब तक, हमने आठ लोगों को गिरफ्तार किया है और उनकी भूमिका की जांच की जा रही है। मामले के सिलसिले में पुणे पुलिस की कई टीम को देश के विभिन्न हिस्सों में भेजा गया है।’’

इस बीच, मामले के दो मुख्य आरोपियों – भीमाजी सबाले (उत्पादन इकाई का मालिक) और युवराज भुजबल (केमिकल इंजीनियर) को एक स्थानीय अदालत ने 29 फरवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया।

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