Medical Miracle: सूअरों में विकसित होगी मानव किडनी! चीनी वैज्ञानिकों का कमाल

Development Of Human Kidney In pigs: पहले आपने पढ़ा होगा कि सुअरों की किडनी को इंसानों में सफलतापूर्वक ट्रांसप्लांट किया गया, लेकिन मानव चिकित्सा के इतिहास में पहली बार वैज्ञानिकों ने सूअरों में मानव किडनी विकसित करने में सफलता पाई है. गुरुवार (7 सितंबर) को ‘सेल स्टेम सेल’ नामक पत्रिका में इस चमत्कारिक शोध के बारे में छपा था. इस खोज का श्रेय चीन के गुआंगज़ौ इंस्टीट्यूट ऑफ बायोमेडिसिन एंड हेल्थ के वैज्ञानिकों को जाता है. 

चीनी वैज्ञानिकों ने हाल के अपने शोध में बताया कि, सूअरों में मानवीकृत किडनी (Humanised Kidney) विकसित की है. इनमें मानव कोशिकाएं होती हैं. ये खोज आने वाले दिनों में अंग दान (Organ Donation) की कमी को पूरा कर सकती है. इस प्रयोग में मानव और सूअर की कोशिकाओं का संयोजन कर मानव-सूअर काइमेरिक भ्रूण (Human-Pig Chimeric Embryos) बनाकर सरोगेट मादा सूअरों में ट्रांसफर किया जाता था. 

हालांकि, वैज्ञानिकों ने बताया कि अभी इन किडनियों का प्रयोग मानव में ट्रांसप्लांट के लिए नहीं किया जा सकता है. क्योंकि, ज्यादातर विकसित किडनियों में सूअरों की वाहिकाएं और तंत्रिकाएं (Vasculature and Nerves) थीं. हालांकि, उन्होंने एक और भी महत्वपूर्ण बात बताई, ‘अभी तक ये स्पष्ट नहीं हुआ है कि वर्तमान आनुवंशिक इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी से कोई मानव अंग बनाया जा सकता है या नहीं.’

जानें इस महत्वपूर्ण खोज के बारे में  

  • ‘गुआंगज़ौ इंस्टीट्यूट ऑफ बायोमेडिसिन एंड हेल्थ’ के शोधकर्ताओं ने बताया, ‘उनका ध्यान पूरी तरह से किडनी को विकसित करने पर था. ये मानव चिकित्सा में सबसे अधिक ट्रांसप्लांट होने वाला अंग है.
  • चीनी अकादमी के विज्ञान और वुयी विश्वविद्यालय के गुआंगज़ौ इंस्टीट्यूट ऑफ बायोमेडिसिन एंड हेल्थ के वरिष्ठ लेखक लियांगक्सू लाई ने बताया, ‘पूर्व में सूअरों में मानव अंगों को विकसित करने के कई प्रयास असफल रहे थे.’
  • वैज्ञानिकों ने बताया, ‘हमारा एप्रोच था कि सूअरों में मानव किडनी को विकसित किया जाए. इसके लिए हमें प्राप्तकर्ता (सूअरों) में मानव कोशिकाओं को सही तरीके से पहुंचाना था.’
  • ये वैज्ञानिक समूह बधाई के लिए इसलिए भी पात्र हैं क्योंकि पूर्व में सूअरों में मानव किडनियों को विकसित करने के कई प्रयास असफल रहे हैं.’ 
  • गार्जियन एजेंसी के अनुसार, किडनी की विकास के दौरान सूअर की कोशिकाएं मानव कोशिकाओं को नष्ट कर देती थीं, जिसके वजह से परिणामी उत्पाद (किडनी) केवल सूअर के ही होते थे.

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अभी शोध की जरूरत
चीनी वैज्ञानिकों ने आनुवंशिक रूप से एकल-कोशिका सूअर भ्रूण की इंजीनियरिंग की एक बाधा को पार कर लिया है. पहले वैज्ञानिक दो जींस की कमी से किडनी को विकसित नहीं कर पाते थे. इस शोध ने भ्रूण के भीतर एक जगह बनाई जिसे मानव भ्रूण स्टेम कोशिकाओं द्वारा भरा जा सकता था.

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