किसी का नाम लिए बिना, उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले 15 वर्षों के दौरान निगम में सत्ता में रहे लोगों ने निगम द्वारा संचालित अस्पतालों में चिकित्सा बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए कुछ नहीं किया , क्योंकि जब वे सत्ता में थे तो उनके इरादे सही नहीं थे।
दिल्ली की महापौर शैली ओबेरॉय ने सोमवार को कहा कि दिल्ली नगर निगम (एससीडी) द्वारा संचालित अस्पतालों, औषधालयों और प्रसूति केंद्रों का कायाकल्प किया जाएगा।
यहां सिविक सेंटर में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए ओबेरॉय ने कहा कि निगम चिकित्सा बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए, 117 करोड़ रुपये की राशि का उपयोग करेगा जो उसे दिल्ली सरकार से मिले हैं। इस 117 करोड़ रुपये में 54 करोड़ रुपये पूंजीगत मद के हैं जबकि 63 करोड़ रुपये राजस्व मद के हैं।
एक बयान में कहा गया है कि दिल्ली सरकार से मिली निधि से स्वास्थ्य ढांचे में सुधार का काम मार्च 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा।
ओबेरॉय ने प्रेस वार्ता में पूंजीगत मद के तहत प्राप्त धनराशि का उपयोग 491 परियोजनाओं में किया जाएगा। इसके तहत एमसीडी के तहत आने वाले सात बड़े अस्पतालों, एक मेडिकल कॉलेज और प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल केंद्रों में बुनियादी ढांचे में सुधार करना शामिल है।
ओबेरॉय ने बताया कि मादीपुर क्षेत्र में एक नया प्रसूति केंद्र स्थापित किया जा रहा है, जिसे नवंबर 2023 तक शुरू करने की योजना है।
महापौर ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) शासित एमसीडी में एक अच्छा स्वास्थ्य सेवा मॉडल स्थापित किया जाएगा, जैसा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार में हुआ है।
किसी का नाम लिए बिना, उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले 15 वर्षों के दौरान निगम में सत्ता में रहे लोगों ने निगम द्वारा संचालित अस्पतालों में चिकित्सा बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए कुछ नहीं किया , क्योंकि जब वे सत्ता में थे तो उनके इरादे सही नहीं थे।
उन्होंने कहा कि पूंजीगत मद के तहत मिले कोष का इस्तेमाल हिंदू राव अस्पताल और इससे संबद्ध मेडिकल कॉलेज, स्वामी दयानंद अस्पताल और राजन बाबू फेफड़े एवं क्षय रोग संस्थान समेत अन्य केंद्रों का कायाकल्प करने के लिए किया जाएगा।
महापौर ने कहा कि राजस्व मद के तहत प्राप्त रकम से माता गुजरी अस्पताल और कस्तूरबा अस्पताल जैसे विभिन्न अस्पतालों में चिकित्सा सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि राजस्व मद पैसे से कुल 1269 परियोजनाओं को शुरू किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि एमसीडी के तहत आने वाली चिकित्सा सुविधाओं में कुछ साल की अवधि में सुधार किया जाएगा ताकि लोगों को निगम द्वारा संचालित अस्पतालों और औषधालयों में सर्वोत्तम सुविधाएं मिल सके।
दिल्ली में डेंगू के मामलों पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि एमसीडी के जन स्वास्थ्य विभाग की बैठक बुलाई गई है।
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