MATHURA NEWS: जान‍िए क्या है शुद्ध शाकाहारी साइबेरियन मेहमान परिंदों की खासियत?

रिपोर्ट- चंदन सैनी, मथुरा

मथुरा: उत्तर प्रदेश की धर्म नगरी मथुरा इन दिनों विदेशी परिंदों की मेजबानी कर रहा है.दरअसल मथुरा यमुना नदी और उसके आसपास इन दिनों साइबेरियन पक्षियों की चहचहाट गूंज रही है. हजारों किलोमीटर का सफर तय कर मथुरा पहुंचे इन साइबेरियन पक्षियों की अठखेलियां हर किसी का मन मोह ले रही हैं

करीब दो महीने के प्रवास के बाद हजारों की संख्या में आए ये साइबेरियन पक्षी लौट जाएंगे. साइबेरियन पक्षियों को लेकर कहा जाता है कि, ये शुद्ध शाकाहारी भोजन ही करते हैं. इन्हें देखकर श्रद्धालु काफी रोमांचित हो रहे हैं. नमकीन और बिस्कुट यमुना के पानी में डालते ही ये विदेशी पक्षी झुंड बनाकर इसका आनंद उठाने में जुट जाते हैं

कान्हा की नगरी में साइबेरियन मेहमान
गौरतलब है कि, मथुरा में दिसंबर और जनवरी का मौसम साइबेरियन पक्षियों को खूब भाता है. शायद यही वजह है कि, ये पक्षी हर वर्ष हजारों किलोमीटर का सफर तय कर यहां आते हैं. सफेद और काले रंग के ये पक्षी इन दिनों दिनभर यमुना नदी पर अठखेलियां कर रहे हैं. यमुना नदी के किनारे सुबह और शाम विदेशी साइबेरियन पक्षियों का बेहद खूबसूरत नजारा देखने को मिलता है. इन पक्षियों की चहचहाहट और यमुना नदी को देखकर हर किसी का मन खुशी से खिल उठता है.

जानिए क्यों आते हैं भारत
NEWS 18 LOCAL की टीम को जानकारी देते हुए रामदास चतुर्वेदी ने बताया कि, साइबेरिया बहुत ही ठंडी जगह है जहां नवंबर से लेकर मार्च तक तापमान जीरो से बहुत नीचे चला जाता है. इस तापमान में इन पक्षियों का जिंदा रह पाना बहुत मुश्किल हो जाता है. इसीलिए ये पक्षी हजारों किलोमीटर की दूरी तय करके भारत आ जाते हैं. भारत आने के लिए ये पक्षी करीब 4, 000 किलोमीटर से भी ज्यादा लम्बा सफ़र उड़कर पूरा करते हैं. ये सफर ये पक्षी हजारों के समूह के रूप में पूरा करते हैं. भारत इनकी पसंदीदा जगहों में से एक है. भारत में यह पक्षी सबसे पहले महाराष्ट्र के बारामती पहुंचते हैं. बारामती में स्थित ‘बिग बर्ड सेंचुअरी’ में इकट्ठा होने के बाद ये पक्षी मथुरा समेत भारत के कोने-कोने में फैल जाते हैं.

क्यों कहते हैं ‘प्रिया रानी’?
वहीं माजिद कुरैशी ने जानकारी देते हुए बताया हम इन साइबेरियन पक्षियों को प्रिया रानी कह कर बुलाते हैं. सफेद रंग की इन पक्षियों की चोंच और पैर नारंगी रंग के होते हैं. हम लोग यहां आकर इन पक्षियों की सेवा करते हैं. इनके भोजन के लिए नमकीन लेकर आते हैं. यह साइबेरियन पक्षी भोजन के रूप में नमकीन बिस्कुट खाते हैं. जिस तरह से इन पक्षियों का झुंड यमुना के ऊपर उड़ता है और यमुना में अठखेलियां करता है. वह दृश्य यहां आने वाले श्रद्धालुओं के मन को खूब लुभाता है.

Tags: Mathura news, UP news

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