NASA’S Mars Helicopter: नासा ने पृथ्वी और मंगल दोनों ग्रह पर अगली पीढ़ी के मार्स हेलीकॉप्टर डिजाइन का परीक्षण किया है. पृथ्वी पर, अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने एक नए रोटर का परीक्षण किया, जिसका उपयोग दक्षिणी कैलिफोर्निया में नासा की जेट प्रोपल्शन प्रयोगशाला में भविष्य के मार्स हेलीकॉप्टरों के साथ किया जा सकता है, जो लगभग सुपरसोनिक गति (0.95 मैक) पर घूमता है.
दूसरी ओर, इनजेन्युटी मार्स हेलीकॉप्टर ने प्रायोगिक उड़ान परीक्षण के नाम पर लाल ग्रह पर नई ऊंचाई और एयरस्पीड रिकॉर्ड हासिल किया. इनजेन्युटी के प्रोजेक्ट मैनेजर और मार्स सैंपल रिकवरी हेलीकॉप्टर्स के प्रबंधक टेडी ज़ानेटोस ने एक बयान में कहा, ‘हमारी अगली पीढ़ी के मंगल हेलीकॉप्टर का परीक्षण वस्तुतः दोनों दुनियाओं में सर्वश्रेष्ठ रहा है.’
ज़ानेटोस ने कहा, ‘यहां पृथ्वी पर, आपके पास नए विमान घटकों का परीक्षण करते समय सभी उपकरण और व्यावहारिक तात्कालिकता है जिसकी आप आशा कर सकते हैं. मंगल ग्रह पर, आपके पास वास्तविक ऑफ-वर्ल्ड स्थितियां हैं जिन्हें आप वास्तव में यहां पृथ्वी पर कभी भी नहीं बना सकते हैं.’ इसमें बेहद पतला वातावरण और पृथ्वी की तुलना में काफी कम गुरुत्वाकर्षण शामिल है. सितंबर में तीन सप्ताह तक, एक टीम ने सेंसर, मीटर और कैमरों की निगरानी की. इस दौरान ब्लेड लगातार उच्च गति और अधिक पिच कोणों पर चलते रहे.
नासा के इनजेन्युटी मार्स हेलीकॉप्टर ने 19 अप्रैल, 2021 को लाल ग्रह के ऊपर आसमान में पहली बार उड़ान भरी थी. इसके बाद से इसने मंगल पर अपनी 66 उड़ानें पूरी कर ली हैं, जो कि पांच उड़ानों तक के अपने मूल रूप से प्लांड टेक्नोलॉजी प्रदर्शन से कहीं अधिक है.
मंगल ग्रह पर Ingenuity की ऐतिहासिक और सफल गतिविधियों की कई मुख्य बातें शामिल हैं:-
- नियंत्रित उड़ान हासिल करने वाला पहला विमान, एक उपलब्धि जिसे “राइट ब्रदर्स मोमेंट” कहा गया है.
9.3 मील (14.9 किमी) की दूरी 118.8 मिनट की उड़ान में पूरी किया. - मंगल ग्रह पर 78.7 फीट (24.0 मीटर) की ऊंचाई तक पहुंच कर उड़ान भरना
- मंगल ग्रह के बेहद पतले वातावरण में सफलतापूर्वक उड़ान
- नासा का पर्सवेरेंस रोवर के महत्वपूर्ण खोज के लिए मंगल के कई क्षेत्र के अवलोकन करना
- भविष्य में मंगल ग्रह पर हवाई खोज के लिए रास्ता निकालना
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Tags: Mars, Nasa study
FIRST PUBLISHED : November 27, 2023, 05:21 IST