मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने बृहस्पतिवार को विधानसभा में कहा कि पिछले साल मई में राज्य में जातीय हिंसा भड़कने के बाद से 13,264ढांचों को नष्ट किए जाने की सूचना है।
विधायक सुरजाकुमार ओकराम के एक प्रश्न के जवाब में सिंह ने कहा कि विभिन्न जिलों में क्षतिग्रस्त, नष्ट या जलाए गए ढांचों का आकलन और पहचान का काम अब भी जारी है।
सिंह ने बताया कि सरकार ने उन परिवारों के लिए अग्रिम अंतरिम राहत के रूप में 15 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं जिनके घर हिंसा के दौरान पूरी तरह से जल गए या क्षतिग्रस्त हो गए।
उन्होंने कहा कि लाभार्थियों की पहचान और खातों का सत्यापन संबंधित जिला उपायुक्त कर रहे हैं।
कानून व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा बलों की तैनाती के संबंध में सिंह ने कहा कि मई से अक्टूबर 2023 तक केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 200 कंपनियां तैनात की गईं हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं के कारण मोरेह में केंद्रीय बलों की तैनाती के बारे में विशेष विवरण सदन में नहीं दिया जा सकता है।
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