नई दिल्ली:
Maharashtra: महाराष्ट्र के सोलापुर के नागरिकों को नए साल में राज्य सरकार ने तोहफा दिया और इसी के साथ उनका सालों पुराना सपना भी पूरा हो गया. दरअसल, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में चल रही रिंग रोड बनाने की परियोजना पूरी हो गई. महाराष्ट्र सरकार ने इस परियोजना को पूरा कर सिर्फ सोलापुर ही नही बल्कि पूरे दक्षिण महाराष्ट्र के विकास को गति देने का काम किया है. नए साल की शुरुआत में ही सोलापुर के लोगों को शिंदे सरकार से मिली ये सौगात एक ऐसे सपने की तरह है जिसके पूरा होने का इंतजार लोग काफी लंबे वक्त से कर रहे थे.
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जानें क्या है रिंग रोड परियोजना?
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जहां एक तरफ पूरे देश में सड़क संसाधन पर तेजी से कम हो रहा है तो वहीं महाराष्ट्र में भी एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में सरकार तेज़ी से विकासकार्यों पर जोर दे रही है. सोलापुर के लोग लंबे समय से शहर में बेहतर परिवहन सेवा की मांग कर रहे थे. रिंग रोड का काम पूरा होने से इस जिले के विकास में चार चांद लग जाएंगे.
शहर में लगातार बढ़ती मोटर गाड़ियों की भीड़ और भारी वाहनों की आवाजाही यहां के लोगों के लिए सिर दर्द बन चुकी थी इन्हीं परेशानी को दूर करने के लिए रिंग रोड की मांग लंबे समय से की जा रही थी. रिंग रोड के शुरू होने के बाद शहर के अंदर ट्रैफिक या भारी वाहनों की भीड़ नहीं होगी, जिससे यहां का यातायात सुगम हो जाएगा.
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रिकॉर्ड समय में पूरा हुआ काम
सोलापुर जिले में तैयार हो चुका ये रिंग रोड जिले के बाहरी हिस्से के 5 खंड को सोलापुर शहर से जोड़ेगा. गौरतलब है कि 45 किलोमीटर के इस रिंग रोड का काम रिकॉर्ड समय में पूरा किया गया है. सोलापुर जिले के केगांव, देगांव, कवठे, बेलाटी, कुंभारी, सोरेगांव और दोड्डी जैसे इलाकों को शहर से जोड़ने के लिए प्रस्तावित रिंग रोड के निर्माण का काम मई 2022 में ओजोनलैंड एमईपी सोलापुर रिंग रोड प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को दिया था. लेकिन लंबे समय से ये परियोजना अधर में लटकी हुई थी. लेकिन एकनाथ शिंदे की सरकार ने प्राथमिकता देकर जिस गति से इस परियोजना को पूरा किया उसकी सराहना हर तरफ हो रही है.
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गौरतलब है कि ये परियोजना पेव्ड शोल्डर है यानी रोड के दोनों तरफ करीब डेढ़ मीटर जगह पैदल यात्री, साईकिल या फिर वाहनों को खड़ी करने के लिए होगी. इसके अलावा इसमें चार-लेन राजमार्ग का निर्माण और पुलों का चौड़ीकरण भी शामिल है. इस प्रोजेक्ट से सिर्फ शहर की आवाजाही में ही नहीं बल्कि कृषि, वाणिज्य, शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में भी सुधार होने की संभावना है. इस सड़क नेटवर्क से इलाके में कानून और सुरक्षा को भी मजबूती मिलेगी. इससे शहर का व्यापक विकास भी होगा.