अंकित कुमार सिंह/सीवान. लंबे अर्से से मूलभूत सुविधाओं से उपेक्षित गणतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद का पैतृक आवास अब मूलभूत सुविधाओं से लैस होने लगा है. यहां पेयजल, शौचालय, बिजली, पाथवे, गार्डन के साथ-साथ पेंटिंग और जिर्नोद्धर का काम होने लगा है. जिससे स्थानीय लोगों में एक उम्मीद की किरण जगी है और लोग काफी खुश भी नजर आ रहे हैं.
बता दें कि विगत कुछ माह पूर्व हीं लोकल 18 ने मूलभूत सुविधाओं से अपेक्षित राजेंद्र बाबू के पैतृक आवास को लेकर खबर चलाई थी. जिसके बाद अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लेते हुए काम शुरू कराया है.
उपेक्षित था देश के पहले राष्ट्रपति का पैत्रिक आवास
राजेंद्र बाबू के पैतृक आवास पर पूर्व राष्ट्रपति होने के नाते जो मूलभूत सुविधाएं आमतौर पर होनी चाहिए थी, वह पूर्ण रूप से नदारद था. जिस वजह से पैतृक आवास का भ्रमण करने आने वाले पर्यटक मूलभूत सुविधाओं के उपेक्षित रहने की वजह से काफी परेशान होते थे. यहां तक कि उन्हें पेयजल और शौच करने के लिए भी भटकना पड़ता था. वहीं रात के समय पूरा परिसर अंधेरे में लिपटा रहता था. जिस वजह से स्थानीय लोग भी प्रशासन के उदासीन रवैया से काफी परेशान थे. हालांकि अब बहुत से काम हो चुके हैं और कुछ निर्माणाधीन है.
भारतीय पुरातत्व विभाग करा रहा है जिर्नोद्धार कार्य
पैतृक आवास के केयर टेकर भानु प्रताप सिंह ने बताया कि लंबे अर्से से मूलभूत सुविधाओं को लेकर मांग चल रही थी. जिसको लेकर लोगों ने भारतीय पुरातत्व विभाग के वरीय अधिकारियों को अवगत कराया. इसके बाद यहां मूलभूत सुविधाओं को सुदृढ़ करने का कार्य शुरू हो गया. वर्तमान समय में यहां बाउंड्री वॉल, पाथवे का निर्माण, कैम्पस में पौधारोपण, भवन का पेंटिंग कराया जा चुका है. साथ ही शौचालय और पेयजल की व्यवस्था कर दी गई है. उन्होंने बताया कि जो भी काम बेचेंगे अगले 7 महीने के अंदर पूरा हो जाएगा और यहां आने वाले पर्यटकों को सभी प्रकार की सुविधा मिलने लगेगी.
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Tags: Bihar News, Local18
FIRST PUBLISHED : August 31, 2023, 18:46 IST