इजरायल और फिलिस्तीन (Israel and Palestine) के बीच हालात बेहद खराब स्थिति में पहुंच गए हैं. इजराइल पर हमास (Hamas Attack) के हमले में अभी तक 300 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर है. हमास के आतंकियों ने शनिवार सुबह इजराइल के अलग-अलग इलाकों पर 5000 से ज्यादा रॉकेट दागे. हमास के इस हमले के बाद इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने एक बयान जारी कर कहा कि हमास को इसकी बड़ी कीमत चुकानी होगी. भारत समेत कई देशों ने मुश्किल की इस घड़ी में इजराइल के साथ खड़े होने की बात की है.
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द टाइम्स ऑफ इज़राइल की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को शुरू हुए एक ऑपरेशन में इज़राइल के सुरक्षा बलों ने 10 आतंकवादियों को मार गिराया और सेडरोट पुलिस स्टेशन पर फिर नियंत्रण हासिल कर लिया, जिस पर कल हमास के आतंकवादियों ने कब्ज़ा कर लिया था. सीमा पुलिस के कमांडर अमीर कोहेन ने शनिवार सुबह सडेरोट पुलिस स्टेशन पर फिर से नियंत्रण हासिल करने के लिए इजरायली सुरक्षा बलों की सराहना की.
अमेरिका ने इजराइल को समर्थन देने का किया आह्वान
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि इजराइल को अपनी और अपने लोगों की रक्षा करने का अधिकार है. उन्होंने हमास के ‘आतंकवादी हमलों’ के जवाब में इजराइल को ‘ठोस और अटूट’ समर्थन देने का आह्वान किया. अमेरिका ने इजरइाल के लिए समर्थन जुटाने और हमास के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई शुरू करने के लिए एक बड़ा कूटनीतिक अभियान शुरू किया.
आयरन डोम प्रणाली विश्व की बेहतरीन रक्षा प्रणालियों में से एक है. शनिवार को इसका एक नजारा देखने को भी मिला, जब आयरन डोम ने हमास द्वारा दागे जा रहे रॉकेटों को हवा में ही नष्ट कर दिया और आकाश आग की लपटों से जगमगा उठा. हालांकि, इस बार हमला काफी बड़ा था. लेकिन इसके बावजूद आयरल डोम प्रणाली ने शानदार प्रदर्शन किया.
इजराइल की सीक्रेट एजेंसी की विफलता…!
इजराइल की सीक्रेट एजेंसियों को बेहद काबिल समझा जाता है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि इजराइल के दक्षिणी हिस्सों में हमास की ओर से शनिवार की सुबह किया गया हमला इसकीकी ‘खुफिया विफलता” का नतीजा है. इजराइल का कहना है कि हमास के आतंकवादियों ने गाजा पट्टी से इजराइल में 5,000 से अधिक रॉकेट दागे गए.
ऐसा बना था आतंकी संगठन हमास
हमास के हमलों ने इजराइल को भारी नुकसान पहुंचाया है. हमास एक फिलिस्तीनी आतंकी समूह है, जिसकी स्थापना 1987 में पहले फिलिस्तीनी इंतिफादा या विद्रोह के दौरान हुई थी. इसका मकसद फिलिस्तीन में इस्लामिक राज्य स्थापित करना है. इस विद्रोही समूह की स्थापना सेख अहमद यासीन ने की थी.
भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों को किया सतर्क
इजराइल में मौजूदा स्थिति को देखते हुए भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों को सतर्क रहने और सिक्योरिटी प्रोटोकॉल का पालन करने को कहा है. इजराइल के स्थानीय अधिकारियों ने सलाह दी है कि कृपया सावधानी बरतें, गैरजरूरी आवाजाही से बचें और सुरक्षा आश्रयों के करीब रहें. साथ ही भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों तक पहुंचने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर और एक ईमेल जारी किया है.
इजराइल-फिलिस्तीन के बीच विवाद नया नहीं
इजराइल और फिलिस्तीन के बीच यह विवाद सालों से चला आ रहा है. समाचार एजेंसी रॉयटर की एक रिपोर्ट के अनुसार, इजराइल-फिलिस्तीन के बीच विवाद की टाइमलाइन साल 2005 में गाजा पट्टी से इजराइल की वापसी और फिर उसके और फिलिस्तीनी ग्रुपों के बीच शुरू हुए संघर्ष का ब्यौरा देती है.
इजराइल की जवाबी कार्रवाई में फिलिस्तीन में 232 से ज्यादा की मौत
इजराइल ने अपने ऊपर हुए हमले को लेकर गाजा पर पलटवार किया है. इजराइल की जवाबी कार्रवाई में फिलिस्तीन में 232 से ज्यादा लोगों की मौत की बात सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि ये संख्या और भी बढ़ सकती है, क्योंकि इजराइल का कहना है कि वह युद्धरत हैं.
इजराइल की जवाबी कार्रवाई में फिलिस्तीन में 232 से ज्यादा की मौत
इजराइल ने अपने ऊपर हुए हमले को लेकर गाजा पर पलटवार किया है. इजराइल की जवाबी कार्रवाई में फिलिस्तीन में 232 से ज्यादा लोगों की मौत की बात सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि ये संख्या और भी बढ़ सकती है, क्योंकि इजराइल का कहना है कि वह युद्धरत हैं.
इजराइल पर गाजा के हमले को लेकर अब इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट का भी एक बयान आया है. उन्होंने कहा कि गाजा को हमारे पलटवार के लिए तैयार रहना चाहिए. हम गाजा की तस्वीर बदलकर रख देंगे.
अब तक 500 से ज्यादा की मौत
फिलिस्तीन आतंकी गुट हमास ने करीब 5 हजार रॉकेट इजराइल पर दागे थे. इज़राइल ने इस भीषण हमले का बदला लेने की कसम खाते हुए हमास के खिलाफ युद्ध की घोषणा की और हवाई हमले किए. दोनों ही तरफ से 500 से ज्यादा लोग अब तक मारे जा चुके हैं.