LIVE: क्या होता है आंशिक चंद्रग्रहण, जानें कब आपके शहर में दिखेगा दुर्लभ नजारा

नई दिल्ली. भारत सहित दुनिया भर के खगोलप्रेमियों आज बेहद खुश होंगे क्योंकि 2023 का आखिरी आंशिक चंद्रग्रहण शनिवार की रात लगने वाला है. भारतीय मौसम विभाग ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘आसमान देखने वालों और उत्साही लोगों के लिए: वर्ष की खगोलीय घटना के लिए तैयार हो जाइए! 28-29 अक्टूबर को आंशिक चंद्रग्रहण होगा.’ उसने आगे कहा, “जैसे ही पृथ्वी घूमते हुये सूर्य और चंद्रमा के बीच आएगी, खगोल विज्ञान की सुंदरता को साकार होते देखें!”

आंशिक चंद्रग्रहण तब लगता है जब चंद्रमा का सिर्फ एक हिस्सा पृथ्वी की छाया में प्रवेश करता है. आंशिक ग्रहण में चंद्रमा के पृथ्वी की ओर वाले हिस्से पर पृथ्वी की छाया बहुत गहरी दिखाई देती है. आंशिक चंद्र ग्रहण के दौरान लोग पृथ्वी से क्या देखते हैं यह इस बात पर निर्भर करता है कि सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीध में कैसे हैं.

चंद्रग्रहण लगना रात लगभग 11:31 बजे शुरू होने की उम्मीद है, और रात लगभग 1 बजे, चंद्रमा की सतह धीरे-धीरे पृथ्वी की छाया के गहरे हिस्से से ढंक जाएगी, जिसे उपछाया के रूप में जाना जाता है. भारत के विभिन्न हिस्सों के अलावा, ग्रहण यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, उत्तर/पूर्व दक्षिण अमेरिका, प्रशांत, अटलांटिक, हिंद महासागर, आर्कटिक और अंटार्कटिका में दिखाई देगा.

Partial Lunar Eclipse 2023 Live Updates:

* तारा-भौतिकविद् देबी प्रसाद दुआरी ने बताया कि 28 अक्टूबर की रात को उपछाया चंद्रग्रहण भारतीय समयानुसार रात करीब 11 बजकर 31 मिनट पर शुरू होगा, लेकिन आंशिक पूर्ण चंद्रग्रहण 28 अक्टूबर को देर रात करीब एक बजकर पांच मिनट पर शुरू होगा. उन्होंने कहा, “यह देर रात करीब 1 बजकर 44 मिनट पर सबसे ज्यादा दिखेगा और दो बजकर 23 मिनट पर खत्म हो जाएगा.”

* हैदराबाद में आंशिक चंद्र ग्रहण 29 अक्टूबर, 2023 को 1:06 बजे शुरू होगा और लगभग 2:22 बजे समाप्त होगा.

* पटना में आंशिक चंद्र ग्रहण 29 अक्टूबर, 2023 को 1:06 बजे शुरू होगा और 2:22 बजे समाप्त होगा. करीब 1 घंटा 15 मिनट तक यहां चंद्र ग्रहण नजर आएगा.

* बदरीनाथ तथा केदारनाथ मंदिर सहित श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के तहत आने वाले सभी मंदिर शनिवार को सायं चार बजे चंद्रग्रहण के कारण बंद कर दिए गए हैं, जो अब अगली सुबह खुलेंगे. ग्रहण का समय रात्रि 01:04 बजे है जिससे नौ घंटे पहले सूतककाल प्रारंभ होने के चलते दोनों मंदिरों सहित अन्य मंदिरों को सायं चार बजे बंद कर दिए गए. दोनों मंदिर रविवार यानी 29 अक्टूबर को सुबह शुद्धिकरण पूजा के बाद ब्रह्म मुहूर्त में खुल जाएंगे और उसके बाद महाभिषेक, रूद्राभिषेक सहित सभी प्रात:कालीन पूजायें अपने नियत समय पर होंगी.

* इस साल पहला चंद्रग्रहण 5 मई को लगा था. ठीक दो सप्ताह पहले 14 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण भी लगा था. भारत में दिखाई देने वाला अंतिम पूर्ण चंद्रग्रहण 8 नवंबर 2022 को था, जबकि अगला पूर्ण चंद्रग्रहण 7 सितंबर 2025 को लगेगा.

Tags: Lunar eclipse

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