22 तोले सोने से हुआ है श्रंगार

श्री गोपाल की प्रतिमा को सिंधिया राजघराने के 22 तोला सोने के आभूषण से सजाया गया है। जिसके लिए देर रात से भगवान श्री गोपाल के श्रृंगार के साथ ही मंदिर में दर्शन रोककर सजावट का काम चल रहा है। पूरे मंदिर को आकर्षक फूलों से सजाया गया है। सिंधिया देवस्थान ट्रस्ट के प्रशासक अजय ढाकणे ने बताया कि कई वर्षों मे पहली बार आज भगवान श्री गोपाल जी का आकर्षक और दिव्य श्रृंगार मंदिर में किया गया है।
रात से ही चल रहे दर्शन

इस बार जन्माष्टमी पर उज्जैन के गोपाल मंदिर में भगवान का द्वारकाधीश स्वरूप में श्रृंगार किया गया है। भगवान को 22 तोला वजनी सोने के आभूषण पहनाए गए हैं। भगवान के इस दिव्य दर्शन का लाभ देर रात्रि भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव के बाद से निरंतर जारी है। बताया जाता है कि मंदिर को और भी आकर्षक रूप से सजाया गया है। इसकी सजावट के लिए बाहर से फूल मंगवाए गए हैं। मंदिर की सजावट के लिए यहां मोर पंख भी लगाए गए हैं। इस बार मंदिर को 1000 एलईडी बल्ब के साथ 370 बल्बों से सजाया गया है, जिससे इस मंदिर की छटा देखते ही बन रही है।
सबसे पहले हुआ पंचामृत अभिषेक

रात्रि को मंदिर में 12 बजते ही भगवान का जन्मोत्सव मनाया गया। जिसमे पूजन अर्चन की शुरूआत पंचामृत अभिषेक से हुई। जिसके बाद भगवान का अलौकिक श्रृंगार किया गया और उन्हें नाथद्वारा से मंगाए गए वस्त्र पहनाए गए। देर रात्रि तक मंदिर परिसर में आकर्षक साज-सज्जा का दौर जारी रहा। इस दौरान दर्शन बंद रहे। रात 12 बजते ही महाआरती की गई। इसमें हजारों कृष्ण भक्तों ने भाग लिया। महाआरती में भगवान को 2 क्विंटल पेड़े का भोग लगाया गया। जिसे मंदिर में आने वाले भक्तों में बांटा जा रहा है।
विशेष रूप से पुलिस रहेगी मुस्तैद

वैसे तो श्री गोपाल मंदिर में सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल और सुरक्षा गार्ड रहते हैं लेकिन आज रात्रि को भगवान श्री गोपाल जी के 22 तोला सोने से हुए श्रंगार को लेकर विशेष रूप से पुलिस भी मुस्तैद है, यही कारण है कि आज पुलिस बल के साथ निजी सुरक्षा गार्ड भी मंदिर में तैनात है। जो कि यहां आने वाले प्रत्येक व्यक्ति पर निगरानी रखेंगे।