केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी अपने संबोधन के लिए कोझिकोड़ पहुँची थीं। केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने शनिवार को एक युवा सम्मेलन में दर्शकों के एक वर्ग पर इस बात के लिए नाराजगी जताई कि बार-बार कहने के बावजूद उन्होंने ‘भारत माता की जय’ का नारा नहीं लगाया।
हर भारतीय गर्व से भारत माता की जय के नारे लगाता है। दुनिया में भले 200 के आसपास देश हों लेकिन अपने देश को माता भारत में ही कहा जाता है। हम भारतीय भारत माता के चित्र की पूजा करते हैं और सीमा पर तैनात हमारे जवान भारत माता की जय का घोष करते हुए दुश्मनों के छक्के छुड़ा देते हैं। जाहिर है भारत माता की जय के नारे में वह ताकत है जो देश को एकजुट रखता है। यह नारा शरीर में रक्त का प्रवाह तेज कर देता है। यह नारा रोम रोम में इतनी ऊर्जा भर देता है कि साधारण से साधारण मानव भी देश के दुश्मन से सीधा भिड़ने के लिए तैयार हो जाता है। भारत माता की जय का नारा लगाते हुए चाहे आप बच्चे को देखें या बूढ़े को…आपको सबमें जोश समान नजर आयेगा। जाहिर है भारत माता की जय का नारा हमारे जीवन का अभिन्न अंग है लेकिन क्या आप विश्वास करेंगे कि हमारे ही देश में कोई भारत माता की जय का नारा लगाने से इंकार कर सकता है?
जी हाँ, यह वाकया हुआ है केरल के कोझिकोड में जहां एक कार्यक्रम में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी अपने संबोधन के लिए पहुँची थीं। केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने शनिवार को एक युवा सम्मेलन में दर्शकों के एक वर्ग पर इस बात के लिए नाराजगी जताई कि बार-बार कहने के बावजूद उन्होंने ‘भारत माता की जय’ का नारा नहीं लगाया। स्पष्ट रूप से अप्रसन्न दिख रही मीनाक्षी लेखी ने उनसे पूछा कि क्या भारत उनकी मां नहीं हैं? मीनाक्षी लेखी ने यहां तक कि एक महिला को, जो नारा लगाने को राजी नहीं थीं, उन्हें कार्यक्रम स्थल छोड़ने का सुझाव भी दिया। अपने भाषण का समापन करते हुए, मीनाक्षी लेखी ने ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाया और दर्शकों से इसे दोहराने के लिए कहा। चूँकि दर्शकों की प्रतिक्रिया अपेक्षा के अनुरूप नहीं थी, इसलिए उन्होंने पूछा कि क्या भारत उनका घर नहीं है। केंद्रीय विदेश एवं संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा, “क्या भारत सिर्फ मेरी मां है या आपकी भी मां है? मुझे बताओ…मुझे बताओ…क्या इसमें कोई संदेह है? कोई संदेह नहीं?…उत्साह व्यक्त करने की जरूरत है।” उन्होंने नारा दोहराया और कहा कि बाईं ओर के दर्शकों की प्रतिक्रिया अभी भी अच्छी नही है।
दर्शकों में से एक महिला की ओर इशारा करते हुए मीनाक्षी लेखी ने कहा, “पीली पोशाक वाली महिला खड़ी हो सकती हैं। बगल की तरफ मत देखिए। मैं आपसे इसी तरह बात करने जा रही हूं। मैं आपसे एक सवाल पूछने जा रही हूं। सीधा सवाल। भारत आपकी माता नहीं हैं?… यह रवैया क्यों?” मीनाक्षी लेखी ने फिर भारत माता की जय के नारे लगाए। लेकिन महिला अभी भी ऐसे ही खड़ी थी। मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि जिसे देश पर गर्व नहीं है और जिसे भारत के बारे में बोलना शर्मनाक लगता है, उसे युवा सम्मेलन का हिस्सा बनने की जरूरत नहीं है। हम आपको बता दें कि इस सम्मेलन का आयोजन कुछ दक्षिणपंथी संगठनों द्वारा किया गया था।
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