Patna:
इन दिनों शिक्षा विभाग के अपर सचिव केके पाठक की खूब चर्चा हो रही है. नए साल के शुरुआत के साथ ही केके पाठक ने पहले नया फरमान जारी किया तो वहीं अब उनकी छुट्टियों को लेकर भी तरहग-तरह की अटकलें लगाई जा रही है. दरअसल, जानकारी के अनुसार केके पाठक की छुट्टियां बढ़ा दी गई और वह अब 14 फरवरी की जगह 16 फरवरी तक छुट्टी पर रहेंगे. प्रशासन विभाग की ओर से यह जानकारी दी गई और इसी के साथ बताया कि शिक्षा विभाग के सचिव बैद्यनाथ प्रसाद उनकी अनुपस्थिति में काम देखेंगे.
केके पाठक ने तमाम कयासों पर दिया जवाब
वहीं, जब एक न्यूज चैनल ने इस मामले पर केके पाठक से बातचीत की तो उन्होंने साफ किया कि वो लंबी छुट्टी पर गए हैं, लेकिन उनका तबादला नहीं हुआ है. आपको बता दें कि केके पाठक ने जब से बिहार के शिक्षा विभाग की कमान संभाली है, वह बड़े-बड़े फैसले लेते नजर आ रहे हैं. शिक्षा विभाग की रिपोर्ट के अनुसार राज्य में रोजाना 40 हजार से अधिक स्कूलों का निरीक्षण किया जा रहा है. वहीं, इस निरीक्षण में 100 से अधिक शिक्षक स्कूल से अनुपस्थित पाए गए हैं. ये शिक्षक वैसे हैं, जिन्होंने बिना सूचना के या बिना स्कूल से छुट्टी लिए ही गायब हैं. जिनकी एक दिन की सैलेरी विभाग के निर्देश पर जिलों द्वारा काटा जा रहा है.
एक्शन में केके पाठक
आपको बता दें कि 1 जुलाई, 2023 से लेकर अभी तक 14 हजार शिक्षकों का वेतन कट चुका है. नए साल की शुरुआत के साथ ही एसीएस केके पाठक ने नया फरमान जारी किया. जिसके अनुसार एक साथ अधिक से अधिक स्कूल के 10 फीसदी शिक्षक ही छुट्टी पर जा सकते हैं. इसको लेकर शिक्षा विभाग ने सभी जिलों को आदेश भी जारी कर दिया है. जहां अपने एक्शन की वजह से केके पाठक लगातार खबरों में बने रहते हैं और इससे बिहार में सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था भी दुरुस्त हो रही है.
बावजूद इसके कुछ लोग केके पाठक का विरोध कर रहे हैं. कुछ दिनों पहले ही अलग-अलग दलों के 15 विधान पार्षदों ने राज्यपाल से मिलकर केके पाठक की शिकायत की थी और उन्हें हटाने की मांग की थी. वहीं, उनकी छुट्टियां बढ़ने से कयासों व अटकलों का सिलसिला शुरू हो गया है.