नई दिल्ली:
फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी पर कानून बनाने की मांग को लेकर पंजाब के किसान एक बार फिर से दिल्ली कूच की तैयारी में हैं. शंभू बॉर्डर पर डटे किसान बुधवार को जंतर मंतर (Kisan Andolan)की ओर कूच करेंगे. जंतर मंतर कूच (Kisan Jantar Mantar March) के ऐलान के साथ ही किसानों नेताओं ने सरकार से प्रदर्शन के दौरान हुए नुकसान की भरपाई भी करने की मांग की है. किसानों के जंतर मंतर की ओर कूच की तैयारी को लेकर दिल्ली पुलिस भी अलर्ट हो गई है. पुलिस ने दिल्ली (Delhi Police) के तमाम बॉर्डर पर निगरानी बढ़ा दी है.
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किसान नेता तेजवीर सिंह ने कहा, “6 मार्च को किसान शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली में जंतर मंतर की तरफ मार्च करेंगे. मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार के किसानों ने दिल्ली मार्च के लिए तैयारी पूरी कर ली हैं.” किसान नेताओं ने कहा कि देश में जो लूट हो रही है, उसको बचाने के लिए किसान लड़ाई लड़ रहा है. उन्होंने कहा, “हमारी अभिव्यक्ति की आजादी को छीन जा रहा है. जनता को हमारे लिए सरकार से सवाल करना चाहिए.”
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दिल्ली पुलिस ने टीकरी, सिंघू और गाजीपुर बॉर्डर पर बढ़ाई निगरानी
उधर, किसानों के मार्च को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने टीकरी, सिंघू और गाजीपुर बॉर्डर, रेलवे और मेट्रो स्टेशनों पर निगरानी बढ़ाने का आदेश दिया है. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि हमने सिंघू और टीकरी बॉर्डर पर ब्रेकर्स को यात्रियों के लिए अस्थायी रूप से हटा दिया है. पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों की तैनाती अब भी वहां है और (वे) चौबीसों घंटे कड़ी निगरानी सुनिश्चित करेंगे.
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दिल्ली में कई जगहों पर धारा-144 लागू
‘किसान’ मेट्रो और ट्रेन के जरिए भी दिल्ली में प्रवेश कर सकते हैं. जिसके चलते इन जगहों पर पुलिस का अरेंजमेंट ज्यादा रहेगा. प्रधानमंत्री आवास और गृहमंत्री के घर के आस-पास भी भारी फोर्स तैनात रहेगी. दिल्ली में आने-जाने वाले सभी रास्तों पर पुलिस बैरिकेड लगाकर चेकिंग करेगी. इसी के साथ दिल्ली में कई जगहों पर धारा-144 भी लागू कर दी गई है. किसी को कोई प्रदर्शन करने की इजाज़त नहीं है.
किसान नेताओं ने 3 मार्च को किया था आह्वान
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल ने 3 मार्च को देशभर के किसानों से प्रदर्शन के लिए बुधवार को दिल्ली पहुंचने का आह्वान किया था. उन्होंने फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी सहित अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में 10 मार्च को 4 घंटे के लिए देशव्यापी रेल रोको आंदोलन का भी आह्वान किया. पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि किसानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. मांगें पूरी होने तक संघर्ष जारी रहेगा.