गोगावा के थाना प्रभारी प्रवीण आर्य ने बताया कि बड़वानी जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के रणगांव रोड पर एक एक्सीडेंट हो गया। जिसमें 50 वर्षीय मोतीलाल को बिलाली और घुघरिया खेड़ी के बीच पेट्रोल पंप के समीप किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी थी। मोतीलाल अपने ससुराल निमवाड़ी जा रहा था। घटना के बाद ग्रामीणों ने 108 वाहन को फोन लगाया लेकिन 108 वाहन नहीं पहुंचा। ग्रमीणों ने मोतीलाल को मृत मान लिया था। उनका आरोप है कि बीते 6 महीनों में कई दुर्घटनाओं में 108 वाहन नहीं पहुंचा है। इन घटनाओं से आक्रोशित ग्रामीणों ने चक्का जाम कर दिया।
घटना के करीब 15 मिनट बाद प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट रास्ते से गुजर रहे थे। उन्होंने खंडवा वड़ोदरा रोड पर ग्रामीणों द्वारा चक्का जाम किए जाने का कारण पूछा और तत्काल मरणासन्न अवस्था में पड़े मोतीलाल को अपने पायलट वाहन से गोगावां स्थित शासकीय अस्पताल पहुंचवाया। अस्पताल में चिकित्सकों ने मोतीलाल को मृत घोषित कर दिया।
चक्का जाम कर रहे ग्रामीणों का आरोप था कि आये दिन वाहन दुर्घटनाएं होती रहती हैं और 108 एम्बुलेंस काफी देर से आती है। इस पर कैबिनेट मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के अमले को आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देश दिये।
कैबिनेट मंत्री के पायलट वाहन में सवार थाना प्रभारी आर्य ने बताया कि मंत्री सिलावट इसके बाद बिना पायलट गाड़ी के ही गंतव्य के लिए रवाना हो गए। हालांकि उनके साथ फॉलो वाहन था।
खरगोन के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एम एस सिसोदिया ने बताया कि उन्होंने मामले से जिला कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा को अवगत कराते हुए जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि 108 वाहन अलग-अलग स्थान पर न खड़े होते हुए कई बार एक स्थान पर खड़े रहते हैं, इसलिए गंतव्य तक समय पर नहीं पहुंच पाते। उन्होंने बताया कि 108 वहां के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर से भी इस बारे में चर्चा की गई।
थाना प्रभारी आर्य ने बताया कि ग्रामीणों ने 8:10 पर 108 वाहन को फोन लगाकर ऑपरेटर को पिछले कई महीनो से एम्बुलेंस के विलंब से आने का हवाला देते हुए अपनी आपत्ति जताई थी। जिसके चलते वह डर गया और वह डायल 100 के साथ 8:50 पर वहां पहुंचा। उन्होंने बताया कि 108 वाहन के पहुंचने के बहुत पहले ही मोतीलाल को अस्पताल भेजा जा चुका था।