Khandwa district panchayat president: खंडवा जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर भारतीय जनता पार्टी के समर्थित प्रत्याशी पिंकी वानखेडे जीत गईं. इस बार खास बात यह रही कि भारतीय जनता पार्टी के पास नौ भाजपा समर्थित प्रत्याशियों के बहुमत का आंकड़ा था, इसके बावजूद मामला टाई हो गया. कुल 16 सदस्यों वाली जिला पंचायत में कांग्रेस और भाजपा के अध्यक्ष पद के दावेदारों को 8-8 मत मिले. इससे ये साफ हो गया कि बीजेपी के एक सदस्य ने क्रॉस वोटिंग कर दी.
बता दें कि फिर आखिर में चिट्ठी निकालकर फैसला हुआ और किस्मत का साथ लेकर परिणाम भारतीय जनता पार्टी के समर्थित प्रत्याशी के पक्ष में गया. यह पद पिछली जिला पंचायत अध्यक्ष कंचन तनवे के विधायक बनने के बाद खाली हुआ था.
ऐसे हुआ मुकाबला टाई
दरअसल खंडवा जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव रोचक रहा है. यहां भाजपा और कांग्रेस दोनों के प्रत्याशियों को 8-8 वोट मिले. मुकाबला टाई होने पर चिट्ठी से परिणाम निकाला गया. जिसमें भाजपा समर्थित पिंकी वानखेडे जीत गईं. जिला पंचायत के कुल 16 में से 9 भाजपा, 6 कांग्रेस समर्थित और 1 निर्दलीय सदस्य ने वोटिंग की. भाजपा के एक और निर्दलीय सदस्य ने कांग्रेस के पक्ष में मत डाला जिसके कारण मुकाबला टाई हो गया.
किस्मत ने दिया साथ- पिंकी वानखेड़े
जीतीं हुई भाजपा समर्थित प्रत्याशी पिंकी वानखेड़े ने इसे किस्मत का खेल बताया तो दूसरी तरफ कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार नानकराम बड़वाहे ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि बहुमत नहीं होने के बाद भी हमें आठ सदस्यों का समर्थन मिला है, यह बड़ी बात है.
संगठन में विचार किया जाएगा
अब किस्मत के भरोसे भारतीय जनता पार्टी जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी हासिल करने में सफल हो तो गई. भाजपा के लिए चिंता की बात यह रही की 9 सदस्यों का समर्थन होने के बावजूद एक सदस्य ने क्रॉस वोटिंग की. भाजपा के सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल इसे ऐतिहासिक जीत बता रहे हैं. सांसद ने कहा कि क्रॉस वोटिंग हुई है, इस मामले में संगठन में विचार किया जाएगा.
दूसरी बार टाई मुकाबला
खास बात ये रही कि लगभग डेढ़ साल पहले जिला पंचायत उपाध्यक्ष पद पर कैबिनेट मंत्री विजय शाह के बेटे दिव्यादित्य शाह भी टाई होने के कारण चिट्ठी से जीते थे. अब जिला पंचायत खंडवा में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष दोनों ही चिट्ठी से जीतने वाले हो गए हैं.