सबरीमला मंदिर में भगवान अयप्पा के नजदीक खड़ी दो युवतियों को दर्शाने वाला एक ‘फर्जी सेल्फी वीडियो’फैलाये जाने की पुलिस ने शुक्रवार को जांच शुरू की।
पुलिस के अनुसार, ‘फर्जी’ वीडियो का सोशल मीडिया मंचों पर प्रसार हो रहा था।
इस बीच, पथनमथिट्टा जिला पुलिस प्रमुख ने एक बयान में कहा कि साइबर इकाई ने सोशल मीडिया पर वीडियो की मौजूदगी का पता चलने पर स्वयं एक मामला दर्ज किया।
जांच के दौरान यह पाया गया कि ‘संपादित फर्जी वीडियो’ बृहस्पतिवार शाम पांच बजे के बाद राजेश नाम के एक युवक के इंस्टाग्राम पेज पर दिखा था।
पुलिस ने बताया कि इसके बाद, धार्मिक भावनाओं को आहत करने और जानबूझकर भगवान अयप्पा के श्रद्धालुओं की भावनाओं को आहत कर हिंसा भड़काने का प्रयास करने को लेकर सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम की धारा सहित भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।
जिला पुलिस प्रमुख ने कहा कि घटना की विस्तृत जांच की जा रही है और कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
परंपरा के अनुसार, 10 से 50 आयु वर्ग की महिलाओं को सबरीमाला में भगवान अयप्पा मंदिर के अंदर प्रवेश करने की अनुमति नहीं है।
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