कोच्चि में ईसाई धार्मिक सभा में हुए विस्फोटों में घायल हुई 61 वर्षीय महिला के दम तोड़ने के बाद घटना में मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर चार हो गई है।
अस्पताल के एक प्रवक्ता ने बताया कि पीड़िता की पहचान कलमश्शेरी की मॉली जॉय के रूप में हुई है।
जॉय की सोमवार तड़के एक निजी अस्पताल में मौत हो गई।
यहां एक धार्मिक सभा में 29 अक्टूबर को हुए विस्फोटों में वह 70 प्रतिशत से अधिक झुलस गई थीं और उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था।
उन्होंने बताया कि महिला का शुरू में किसी अन्य निजी अस्पताल में उपचार हुआ था और बाद में उन्हें एर्नाकुलम चिकित्सा केंद्र लाया गया।
एर्नाकुलम जिले के मलयत्तूर निवासी 12 वर्षीय लड़की लिबिना ने भी 30 अक्टूबर को कलमश्शेरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दम तोड़ दिया था।
धार्मिक सभा में विस्फोटों में दो महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई थी।
केरल के तटीय शहर के निकट कलमश्शेरी में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र में हुए कई विस्फोट के दौरान 50 से अधिक लोग घायल हो गए थे।
ये सभी ‘यहोवा के साक्षी’ समुदाय के अनुयायियों द्वारा आयोजित तीन दिवसीय प्रार्थना सभा में एकत्रित हुए थे।
‘यहोवा के साक्षी’ एक ईसाई धार्मिक संप्रदाय है, जिसकी उत्पत्ति 19वीं शताब्दी में अमेरिका में हुई थी।
‘यहोवा के साक्षी’ समुदाय के सदस्य रहे एक व्यक्ति ने घटना के कुछ घंटे बाद त्रिशूर जिले में पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया था और दावा किया था कि उसने ही कई विस्फोट किए थे। पुलिस ने बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया था।
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