सामूहिक विवाह के आयोजनकर्ताओं ने इस दौरान अपील की कि लोगों को शादियों के भव्य आयोजन से बचना चाहिए और साधारण तरीके से शादी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वंचितों के प्रति भी हमारा ध्यान होन चाहिए क्योंकि रईसी का दिखावा करने से उनके मन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
गुजरात स्थित एक एनजीओ के सहयोग से जाफरिया काउंसिल जम्मू-कश्मीर ने श्रीनगर में सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया। इस आयोजन में 40 जोड़े विवाह बंधन में बंध गये। कश्मीर में हुए इस अनूठे आयोजन को समाज के सभी वर्गों की सरहाना भी मिल रही है क्योंकि सामूहिक विवाह के अंतर्गत जिन लोगों की शादी कराई गयी है वह बेहद गरीब परिवारों से थे। श्रीनगर के अमर सिंह क्लब में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान वर वधु को आशीर्वाद देने के लिए बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। प्रभासाक्षी संवाददाता ने आयोजन के दौरान लोगों से बातचीत की तो सभी ने कहा कि ऐसे आयोजन होते रहने चाहिए क्योंकि इससे एकता और दूसरों की मदद की भावना बढ़ती है।
सामूहिक विवाह के आयोजनकर्ताओं ने इस दौरान अपील की कि लोगों को शादियों के भव्य आयोजन से बचना चाहिए और साधारण तरीके से शादी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वंचितों के प्रति भी हमारा ध्यान होन चाहिए क्योंकि रईसी का दिखावा करने से उनके मन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। हम आपको बता दें कि जाफरिया काउंसिल ने सामाजिक जिम्मेदारियों का निवर्हन करते हुए 2015 में 38, 2016 में 70, 2017 में 75, 2018 में 105 और 2019 में 83 शादियां कराईं। कोविड महामारी के दौरान इस कार्य को आगे नहीं बढ़ाया जा सका था लेकिन इस साल 40 जोड़ों के विवाह की सफलतापूर्वक व्यवस्था की गयी।
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