Kashi के पंडितों ने Saryu Ghat पर कराई विशेष पूजा, Ram Mandir में प्राण प्रतिष्ठा से पहले अनुष्ठान कर रहे हैं 121 आचार्य

अयोध्या स्थित राम मंदिर में 22 जनवरी के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले किये जा रहे अनुष्ठानों के तहत दूसरे दिन बुधवार को सरयू नदी के तट पर ‘कलश पूजन’ किया गया। हम आपको बता दें कि अनुष्ठानों का सिलसिला मंगलवार को शुरू हुआ जो बुधवार को सरयू नदी के तट पर ‘यजमान’ (मुख्य यजमान) द्वारा ‘कलश पूजन’ के साथ जारी रहा। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा, उनकी पत्नी और अन्य लोगों ने सरयू नदी तट पर ‘कलश पूजन’ किया। अनिल मिश्रा ने कहा, ‘‘आज सरयू तट पर कलश पूजन का कार्यक्रम हुआ। इसके बाद सरयू नदी के जल से भरे बर्तन उस स्थान (राम मंदिर परिसर) पर ले जाये गये जहां समारोह से पहले के अनुष्ठान किये जा रहे हैं।’’ हम आपको बता दें कि अनिल मिश्रा ‘अनुष्ठान’ के लिए ‘यजमान’ हैं और उन्हें 22 जनवरी को किए जाने वाले अनुष्ठानों सहित सभी अनुष्ठानों में भाग लेना है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में सरयू के जल का बहुत महत्व है, इसलिए कलश पूजन के बाद वाराणसी के पुजारी मंदिर में अनुष्ठान करेंगे। हम आपको बता दें कि अयोध्या में इन अनुष्ठानों का संचालन 121 आचार्य कर रहे हैं और काशी के गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ अनुष्ठान की सभी कार्यवाही की देखरेख, समन्वय एवं निर्देशन कर रहे हैं। अनुष्ठान के प्रधान आचार्य काशी के लक्ष्मीकांत दीक्षित हैं।

हम आपको बता दें कि इसके पहले मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा था कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन होने वाले अनुष्ठानों से पहले के इन अनुष्ठानों का सिलसिला 21 जनवरी तक जारी रहेगा। मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया था कि राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह 22 जनवरी को दोपहर 12.20 बजे शुरू होगा और इसके दोपहर एक बजे तक संपन्न होने की संभावना है। राय ने यह भी कहा था कि समारोह के दिन राम लला की प्रतिमा के प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े न्यूनतम जरूरी अनुष्ठानों को किया जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अन्य लोग विशेष अनुष्ठान में शामिल होंगे।

राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने कहा था, ‘‘अनुष्ठान शुरू हो गया है और 22 जनवरी तक जारी रहेगा। 11 पुजारी सभी ‘देवी-देवताओं’ का आह्वान करते हुए अनुष्ठान कर रहे हैं।’’ आमतौर पर यजमान अनुष्ठान का मुख्य ‘पुजारी’ होता है। यजमान की ओर से ही प्रार्थना की जाती है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अंत में मोदी का भाषण देने का कार्यक्रम है, जिसमें 8,000 मेहमानों के शामिल होने की उम्मीद है। लेकिन इनमें से कुछ ही लोगों को मंदिर के गर्भगृह के अंदर जाने की अनुमति होगी।

6 जिलों से अयोध्या धाम के लिए शुरू होगी हेलीकॉप्टर सेवा, योगी सरकार ने तय किया किराया

योगी सरकार राम भक्तों और पयर्टकों को हेलिकॉप्टर से अयोध्या धाम के दर्शन कराएगी। सरकार प्रदेश के 6 जिलों से हेलीकॉप्टर सेवा उपलब्ध कराने जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हेलीकॉप्टर सेवा की शुरुआत लखनऊ से करेंगे। सरकार की ओर से प्रदेश के 6 जिलों से शुरू होने वाली हेलीकॉप्टर सेवा प्रदाता आपरेटर का चयन किया गया है, जो ऑपरेशनल मॉडल पर हेली सर्विसेस की सेवायें प्रदान करेगा। राम भक्तों और पर्यटकों को हेलीकॉप्टर सेवा गोरखपुर, वाराणसी, लखनऊ, प्रयागराज, मथुरा और आगरा से मिलेगी। वहीं आने वाले समय में प्रदेश के अन्य जिलों से भी इस सुविधा को जल्द शुरू किया जाएगा। इतना ही नहीं, योगी सरकार श्रद्धालुओं को अयोध्या नगरी और राम मंदिर के हवाई दर्शन भी कराएगी। इसकी जिम्मेदारी पर्यटन विभाग को दी गई है। इस सुविधा के लिए श्रद्धालुओं को पहले से बुकिंग करानी होगी। 

राम मंदिर ऐरियल दर्शन के लिए देने होंगे 3,539 रुपये

प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम भक्तों को हेलिकॉप्टर सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये थे। इसी के तहत प्रदेश के 6 जिलों से हेलीकॉप्टर सेवा शुरू की जा रही है। यह सुविधा भक्तों और पर्यटकों को ऑपरेटर मॉडल पर उपलब्ध करायी जाएगी। इसके अलावा राम भक्तों को राम मंदिर ऐरियल दर्शन भी कराए जाएंगे। इसके लिए रामभक्त सरयू तट स्थित टूरिज्म गेस्ट हाउस के पास बने हैलीपेड से उड़ान भर सकेंगे। इसके तहत श्रद्धालुओं को राम मंदिर, हनुमानगढ़ी, सरयू घाट समेत प्रसिद्ध दर्शनीय स्थलों की हवाई सैर भी करायी जाएगी। इस हवाई सफर का अधिकतम समय 15 मिनट होगा जबकि प्रति श्रद्धालु किराया 3,539 रुपये तय किया गया है। इस सुविधा के जरिये एक हवाई सफर का लुत्फ 5 श्रद्धालु उठा सकेंगे। इसकी भार सीमा 400 किग्रा. है। वहीं एक श्रद्धालु अधिकतम 5 किग्रा. सामान के साथ सफर कर सकेगा। इसके अलावा श्रद्धालु गोरखपुर से अयोध्या धाम के लिए हेलीकॉप्टर से उड़ान भर सकेंगे। यह दूरी 126 किमी. की होगी, जिसे 40 मिनट में पूरा किया जाएगा। इसके लिए प्रति श्रद्धालु किराया 11,327 रुपये तय किया गया है। 

वाराणसी के नमो घाट से मिलेगी अयोध्या धाम के लिए हेलीकॉप्टर सेवा

पर्यटन विभाग के निदेशक प्रखर मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप पहले चरण में राजधानी लखनऊ समेत 6 धार्मिक स्थलों से हेलिकॉप्टर सेवा की शुरुआत की जा रही है। वहीं आने वाले समय में मांग के अनुरुप सेवा का विस्तार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि श्रद्धालु वाराणसी के नमो घाट से हेलीकॉप्टर की सेवा का लाभ ले सकेंगे। यह दूरी 160 किमी की होगी, जिसे 55 मिनट में पूरा किया जा सकेगा। इसके लिए प्रति श्रद्धालु किराया 14,159 रुपये तय किया गया है। इसी तरह श्रद्धालु लखनऊ के रमाबाई से हेलीकॉप्टर की सेवा का लाभ ले सकेंगे। यह दूरी 132 किमी की होगी, जिसे 45 मिनट में पूरा किया जा सकेगा। इसके लिए प्रति श्रद्धालु किराया 14,159 रुपये तय किया गया है जबकि प्रयागराज में टूरिज्म गेस्ट हाउस के पास बने हैलीपैड से हेलीकॉप्टर की सेवा मिलेगी। यह दूरी 157 किमी. की है, जिसे 50 मिनट में पूरा किया जाएगा। इसके लिए प्रति श्रद्धालु किराया 14,159 रुपये तय किया गया है। इसके साथ ही मथुरा के बरसाना स्थित गोवर्धन परिक्रमा के पास बने हैलीपेड और आगरा में आगरा एक्सप्रेस वे के पास बने हैलीपेड से सेवा का लाभ उठाया जा सकेगा। यह दूरी क्रमशः 456 किमी. और 440 किमी. की होगी, जिसे 135 मिनट में पूरा किया जाएगा। इसके लिए प्रति श्रद्धालु किराया 35,399 रुपये तय किया गया है। बता दें कि प्रदेश के 6 जिलों से हेलीकॉप्टर सेवा का तय किराया वन-वे है। श्रद्धालुओं को अयोध्या धाम से अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए दोबारा निर्धारित किराया देना होगा। श्रद्धालुओं की संख्या के अनुसार हेलीकॉप्टर अपने गंतव्य से अयोध्या धाम के लिए रोजाना उड़ान भरेगा।

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