Kartavyapath: Ram Mandir प्राण प्रतिष्ठा से पहले जानें कैसा है अयोध्या में सुरक्षा चक्र

एक ऐसा दिन जिसका बीते 550 वर्षों से बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। कितनी ही पीढ़ियों, और लोगों ने इस ऐतिहासिक क्षण का इंतजार किया मगर उन्हें ये पल देखना नसीब नहीं हुआ। आज से 150 साल पहले अयोध्या में कितने ही लोगों ने अयोध्या के राम मंदिर के लिए अपनी जान गंवाई थी। लंबे संघर्ष के बाद अब अयोध्या में भव्य, ऐतिहासिक राम मंदिर बन रहा है।

प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर अयोध्या में निर्माणाधीन है। राम मंदिर के गर्भग्रह में स्थापित होने वाले भगवान विष्णु के अवतार श्रीराम की मूर्ति, 5 वर्ष के बाल रूप की मूर्ति है। ये एक काले पत्थर की मूर्ति है, जो 51 इंच की है। इस मूर्ति को श्याम शिला से तैयार किया गया है। इस भव्य मूर्ति को कर्नाटक के मूर्तिकार योगीराज अरुण ने बनाया है। राम मंदिर के ग्राउंड फ्लोर पर रामलला बाल रूप में रहेंगे। ऊपर की मंजिल पर श्रीराम, सीता माता, तीन भाईयों और हनुमान जी को भी विराजमान किया जाएगा। 

आपको बताते हैं राम मूर्ति बनाने वाले मूर्तिकार योगीराज अरुण के बारे में

33 साल के स्कल्पचर आर्टिस्ट अरुण योगीराज है, मैसूर महल के कलाकार परिवार से ताल्लुक रखते है। वर्ष 2008 में मैसूर विश्वविद्यालय से एमबीए करने के बाद उन्होंने नौकरी की जिसे छोड़कर उन्होंने प्रतिमाएं बनाना शुरू किया। केदारनाथ में स्थापित जगतगुरु शंकराचार्य की प्रतिमा और दिल्ली के इंडिया गेट पर स्थापित नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति का निर्माण भी अरुण योगीराज ने किया था। प्रधानमंत्री नेरंद्र मोदी खुद उनके काम की तारीफ कर चुके है। अयोध्या में बना भव्य श्रीराम मंदिर पारंपरिक नागर शैली में निर्मित है। राम मंदिर का परिसर 380 फीट लंगा और 250 फीट चौड़ा और 161 फीट ऊंचा है।

रामचंद्र भूमि मंदिर के प्रवेशद्वार पर गज, सिंह, हनुमान और गरुड़ की मूर्ति को स्थापित किया गया है। इन मूर्तियों का निर्माण राजस्थान के भरतपुर के बंसी पहाड़पुर के हल्के गुलाबी रंग के बलुआ पत्थर से निर्मित की गई है। मंदिर में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर पूरे देश भर में उत्साह का माहौल बना हुआ है। इसी बीच अयोध्या में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है ताकि सूरक्षा में किसी तरह की चूक ना हो सके।

प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद की गई है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में बेहतरीन सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस एंटी-ड्रोन प्रणाली के तहत अत्याधुनिक ड्रोन तैनात करेगी। इस ड्रोन की खासियत है कि यह ड्रोन किसी भी ड्रोन को अपने नियंत्रण में आसानी से ले सकता है। इन ड्रोन में किसी अनधिकृत ड्रोन का पता लगाने की सामर्थ्य है। इसकी खासियत है कि ये किसी भी ड्रोन को आसानी से नियंत्रण में ले सकता है। यानी जिस व्यक्ति के पास रिमोट होगा उसके पास ड्रोन का नियंत्रण नहीं रह जाएगा। सुरक्षा व्यवस्था में सबसे उन्नत प्रौद्योगिकी प्रणाली स्थापित हो रही है। वही निगरानी करने के लिए 10,000 से अधिक सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जा रहे है। सुरक्षा के लिए कई तकनीकी उपकरण लगाए जा रहे है, जो बेहद अत्याधुनिक है। 

 

पीएम मोदी ने की खास अपील

इसी बीच राम मंदिर निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खास अपील देश के 140 करोड़ जनता से की है। उन्होंने देश की जनता से विनती की है कि जब 22 जनवरी को अयोध्या में प्रभुराम विराजमान होंगे उस समय अपने घरों मे भी श्रीराम ज्योति को जलाया जाए। इस दौरान पूरा देश दीवाली का जश्न मनाए। 22 जनवरी की शाम को पूरा हिंदुस्तान जगमग होना चाहिए। हर देशवासी और हर रामभक्त की इच्छा है कि 22 जनवरी को होने वाले आयोजन का साक्षी बनने के लिए वो स्वयं अयोध्या आए। उन्होंने आग्रह किया है कि 22 जनवरी को विधिपूर्वक कार्यक्रम होने पर 23 तारीख के बाद अपनी सुविधा के अनुसार वो अयोध्या आएं और 22 को अयोध्या ना आएं। इस पलक 550 वर्षों तक इंतजार किया है। कुछ दिन का इंतजार और बचा है। 

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