केंद्र सरकार सबका साथ सबका विकास के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए ही हर काम करती है। इसी ध्येय पर आगे बढ़ते हुए केंद्र सरकार ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के लिए भी विकास योजनाएं बनाई है। इसी का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कहीं परियोजनाओं का शिलान्यास किया है। इन योजनाओं की बदौलत दोनों ही राज्यों में जनता के लिए नए द्वार खुलेंगे। ये योजनाएं ऐसी है जिनपर केंद्र सरकार 50 हजार करोड़ रुपए खर्च करने वाली है। आइए आपको बताते है किन योजनाओं पर केंद्र सरकार काम करने जा रही है। इन योजनाओं की बदौलत युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे वहीं गरीब एवं मध्यमवर्गीय परिवारों के सपनों को उड़ान मिलेगी।
इसी दिशा में कदम बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश में बीपीसीएल के पेट्रोकेमिकल कैंपस की आधारशिला रखी है। इस परियोजना के तहत भारत कॉरपोरेशन पेट्रोलियम लिमिटेड के बीना कैंपस में 45 हजार करोड़ लगाकर पेट्रो केमिकल परिसर का निर्माण होगा। इस रिफाइनरी के जरिए 1200 किलो टन एथेलिन का उत्पादन होगा जिससे पैकेजिंग और फार्मा जैसे क्षेत्रों में लाभ मिलेगा। इस रिफाइनरी की बदौलत देश में आयात काम होगा। यह रिफाइनरी आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को गति देने की पहल के अनुकूल एक बड़ा कदम है। बुंदेलखंड व आसपास के इलाकों में इस योजना के जरिए विकास की रफ्तार बढ़ेगी।
इसके साथ ही कई औद्योगिक परियोजनाओं की आधार शिला रखी गई है। इन परियोजनाओं के जरिए नर्मदापुरम जिले में विद्युत और नवीकरणीय ऊर्जा विनिर्माण क्षेत्र, इंदौर में दो आईटी पार्क, रतलाम में मेगा औद्योगिक पार्क और मध्य प्रदेश में छह नए औद्योगिक क्षेत्रों का निर्माण किया जाएगा। ये परियोजना 460 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से तैयार होगी जिसमें नर्मदापुरम में विद्युत और नवीकरणीय ऊर्जा विनिर्माण क्षेत्र को विकसित किया जाएगा। आर्थिक विकास और रोजगार पैदा करने के लिए ये बेहद लाभकारी है। इसके साथ ही इंदौर में आईटी पार्क का निर्माण होगा जिसमें 550 करोड़ रुपये की लागए आएगी। इसके जरिए भी रोजगार के नए अवसर युवाओं को मिलेंगे।
रतलाम में केंद्र सरकार 460 करोड़ रुपये की लागत से मेगा औद्योगिक पार्क बनाएगी। ये पार्क दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे से जुड़ा होगा, मेगा पार्क में कपड़ा, ऑटोमोबाइल, फार्मास्यूटिकल्स जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों के लिए एक प्रमुख केंद्र बनाने की अवधारणा की गई है। यह पार्क पूरे क्षेत्र के आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा। इससे युवाओं के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसरों का सृजन होगा। इस पार्क की बदौलत लगभग 50 हजार लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।
छत्तीसगढ़ को गति देंगी यह परियोजनाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के लिए 6350 करोड रुपए की परियोजनाओं का शिलान्यास किया है। मूल रूप से यह राशि रेल परियोजना में उपयोग होगी जिससे नेटवर्क छत्तीसगढ़ इलाके में सुधरेगा। रेल अवसंरचना की दिशा में काम करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व रेल परियोजना चरण-एक, चांपा से जमगा के बीच तीसरी रेल लाइन, पेंड्रा रोड से अनूपपुर के बीच तीसरी रेल लाइन और तलाईपल्ली कोयला खदान को एनटीपीसी लारा सुपर थर्मल पावर स्टेशन (एसटीपीएस) से जोड़ने वाली एमजीआर (मेरी-गो-राउंड) प्रणाली शामिल है। इन नई रेल लाइन की शुरुआत होने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। वहीं रेल परियोजनाएं क्षेत्र में यात्रियों की आवाजाही को सुगम बनाने के साथ माल ढुलाई को सुविधाजनक बनाकर सामाजिक-आर्थिक विकास को गति देने में मददगार साबित होंगी। भारत की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने के लिए तलाई पल्ली कोयला खदान को एनटीपीसी लारा सुपर पावर थर्मल पावर स्टेशन से जोड़ने के लिए प्रणाली की शुरुआत होगी।