Kalpana Soren: झारखंड में दोहराएगा बिहार का किस्सा ! राबड़ी की तर्ज पर कल्पना सोरेन को मिलेगी कुर्सी ?

रांची. झारखंड में जारी सियासी गहमागहमी के बीच बुधवार का दिन काफी अहम है. ईडी बुधवार को सीएम हेमंत सोरेन के पूछताछ करेगी. इस बीच बड़ा सवाल ये है कि क्या मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ‘कुर्सी’जाने वाली है ? अगर हेमंत सोरेन सीएम नहीं रहेंगे तो राज्य में सरकार की बागडोर कौन संभालेंगा ? क्या झारखंड की सत्ता में फेरबदल होने वाला है. ये वो सारे सवाल हैं जो झारखंड की राजनीति के लिहाज से वर्तमान में काफी अहम माने जा रहे हैं.

आपको बता दें कि मंगलवार को हेमंत सोरेन ने बयान देते हुए कहा कि मैं था, हूं और रहूंगा. मंगलवार को इस बयान को देने से पहले हेमंत सोरेन ने विधायकों के साथ मुलाकात भी की थी. इस दौरान सीएम हेमंत सोरेन के साथ उनकी पत्नी भी मौजूद थीं. कल्पना सोरेन सीएम की पत्नी हैं और चर्चा है कि अगर हेमंत सोरेन को किसी कारणवश कुर्सी छोड़नी पड़ी तो वो सीएम बनेंगी. अगर वर्तमान परिस्थितियों को देखा जाए तो ऐसा हो सकता है और अगर ऐसा होता है तो झारखंड में बिहार के लालू प्रसाद और राबड़ी देवी की तर्ज पर वहां भी पति-पत्नी दोनों को सीएम बनने का मौका मिल जाएगा.

हालांकि राज्य के अगले सीएम के रूप में कल्पना सोरेन की ‘ताजपोशी’ को लेकर झामुमो की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. वहीं कल्पना सोरेन को झारखंड का नया सीएम सीएम बनाने की बात भी कही जा रही है. हालांकि अभी इसमें कई पेंच है. झारखंड में नई सरकार को लेकर विपक्ष भी चौकन्ना है और पूरे मामले में सांवैधानिक प्रक्रिया का भी हवाला दे रहा है, ऐसे में गवर्नर की भूमिका भी काफी अहम हो जाती है.

कौन हैं कल्पना सोरेन

वर्ष 1976 में रांची में जन्मी कल्पना सोरेन ने अपनी ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई रांची से ही पूरी की है. कल्पना हालांकि मूल रूप से ओडिशा के मयूरभंज की हैं लेकिन वो इन दिनों झारखंड की सीएम इन वेटिंग कही जा रही हैं. सात फरवरी 2006 को उनकी शादी हेमंत सोरेन के साथ हुई थी. कल्पना के परिजन मयूरभंज में ही रहते हैं. कल्पना एक बिजनेस वुमन हैं. वो एक प्ले स्कूल का संचालन भी करती हैं. बात रही उनकी पारिवारिक जिंदगी की तो उनके दो बच्चे जो कि बेटे हैं. सोरेन दंपती के इन बेटों का नाम निखिल और अंश है.

गांडेय सीट पर होना है उपचुनाव

ऐसी चर्चा है कि सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन गांडेय सीट से विधायक बन सकती हैं. यहां से JMM विधायक सरफराज अहमद ने इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद ही इस बात की अटकलें तेज हैं. नियम के मुताबिक, बिना विधायक बने भी मुख्यमंत्री बना जा सकता है. लेकिन मुख्यमंत्री बनने के बाद 6 माह के भीतर विधायक बनना भी जरूरी है. यदि 6 माह में कोई विधायक नहीं बनता है, तो उसे मुख्यमंत्री पद से हटना पड़ता है. उपचुनाव को लेकर एक पेंच ये भी है कि क्या सरकार के कार्यकाल पूरा होने के कुछ महीने पहले ही उपचुनाव कराये जा सकते हैं.

रांची के कई इलाकों में 144 लागू

CM हेमंत सोरेन के आवास पर आज यानि बुधवार को ED की टीम पहुंचेगी. दोपहर 1 बजे ED के अधिकारियों के पहुंचने का समय तय किया गया है. JMM के केंद्रीय नेताओं की मनाही के बावजूद रांची  में कार्यकर्ताओं और समर्थकों का पहुंचना जारी है. JMM के कई जिलाध्यक्ष अपने कार्यकर्ताओं के साथ पहुंच सकते है रांची. जिला प्रशासन ने धारा 144 को लेकर जारी कर रखा है आदेश

Tags: CM Hemant Soren, Jharkhand news

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