Kalpana Chawla Birthday: भारत की पहली महिला अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला ने कैसे भरी थी पहली उड़ान

नई दिल्ली :

Kalpana Chawla Birthday: कल्पना चावला एक प्रमुख भारतीय वैज्ञानिक और अंतरिक्ष अनुसंधानकर्ता थी. उन्होंने भारत के उपग्रह कार्यक्रम को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ावा दिया और अंतरिक्ष में अपने योगदान के लिए विशेष माना जाता है. कल्पना चावला ने 1997 में स्पेस शटल मिशन STS-87 में अंतरिक्ष यात्रा की थी, जिसमें उन्होंने चांद के निकट ग्लोइसर एक्सपरिमेंट का प्रयोग किया. वे पहली भारतीय मूल की महिला थीं जो अंतरिक्ष यात्रा पर गई थीं. उन्हें उनके योगदान के लिए कई पुरस्कारों से नवाजा गया. उनकी वीरता, साहस और वैज्ञानिक योगदान को सलामी दी जाती है. कल्पना चावला का जन्म 17 मार्च 1962 को हरियाणा के करनाल जिले में हुआ था. वे एक भारतीय-अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री थीं जिन्होंने दो बार अंतरिक्ष यात्रा की. 17 मार्च को कल्पना चावला जयंती के रूप में मनाया जाता है. यह दिन उन महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है जो विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहती हैं.

उन्होंने 1982 में चंडीगढ़ के पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त की. उन्होंने 1984 में अमेरिका के कोलोराडो विश्वविद्यालय से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री प्राप्त की. 1994 में, उन्हें नासा द्वारा अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए चुना गया. उन्होंने 1997 में अंतरिक्ष यान कोलंबिया में सवार होकर अपनी पहली अंतरिक्ष यात्रा की. उन्होंने 2003 में अंतरिक्ष यान कोलंबिया में सवार होकर अपनी दूसरी अंतरिक्ष यात्रा की. 1 फरवरी 2003 को अंतरिक्ष यान कोलंबिया दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें कल्पना चावला सहित सभी सात अंतरिक्ष यात्रियों की मृत्यु हो गई. कल्पना चावला एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व थीं जिन्होंने महिलाओं के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में राह प्रशस्त की. 

कल्पना चावला की उपलब्धियां:

1997: NASA द्वारा अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षु के रूप में चयनित
2003: STS-107 मिशन में भाग लिया, अंतरिक्ष में जाने वाली पहली भारतीय महिला बनीं
2003: कोलंबिया अंतरिक्ष यान दुर्घटना में शहीद

शिक्षा:

एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में स्नातक (पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज, चंडीगढ़)
एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में मास्टर (टेक्सास विश्वविद्यालय, ऑस्टिन)
एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में पीएचडी (कोलोराडो विश्वविद्यालय, बोल्डर)

पुरस्कार:

राष्ट्रीय युवा वैज्ञानिक पुरस्कार (1982)
NASA विशिष्ट सेवा पदक (2003)

उनकी जयंती हमें उनसे प्रेरणा लेने और अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित करती है. कल्पना चावला जयंती मनाने के कुछ तरीके आपके बच्चों को भी प्रेरणा दे सकते हैं. इस दिन आप उनके जीवन और उपलब्धियों के बारे में जानें और अपने बच्चों से शेयर करें. उनकी प्रेरणादायक कहानी को दूसरों के साथ साझा करें. विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महिलाओं को प्रोत्साहित करें. अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करें. कल्पना चावला हमेशा हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत रहेंगी.

यह भी पढ़ें: ISRO Scientist Salary: चंद्रयान-3 की सफलता की चर्चा विश्वभर में, जानिए इसरो साइंटिस्ट की सैलरी

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *