शशिकांत ओझा/पलामू.सनातन धर्म में सभी पर्व और त्योहार की अपनी मान्यता और परंपरा होती है. वहीं संतान के दीर्घायु के लिए जीवित्पुत्रिका पर्व , हर वर्ष आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है. इस दिन विवाहित स्त्रियां व्रत रखती हैं. इस व्रत के पुण्य प्रताप से संतान दीर्घायु होता है. साथ ही संतान तेजस्वी, ओजस्वी और मेधावी होता है. इस व्रत को जीमूतवाहन और जितिया व्रत भी कहा जाता हैं. इस में झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश की महिलाएं अपने संतान की दीर्घायु के लिए व्रत रखती हैं. व्रत रखने वाली महिलाएं लाल और पीले रंग के धागे से बने माला को धारण करती हैं. वहीं इसमें सोने और चांदी से बने लॉकेट धारण करती हैं. इस व्रत में संतान की संख्या के बराबर माला और लॉकेट में निशान बनाकर धारण करने की परंपरा है.
काली मंदिर के पुजारी श्यामा बाबा ने लोकल18 को बताया की जीवित्पुत्रिका पर्व के दौरान अष्टमी तिथि को महिलाएं पुत्र पुत्रादि के दीर्घायु के लिए व्रत रखती है. वहीं नवमी तिथि को पारण कर व्रत तोड़ती है. मान्यता है कि इस व्रत के पुण्य प्रताप से संतान दीर्घायु होता है. साथ ही संतान तेजस्वी, ओजस्वी और मेधावी होता है. इस दौरान महिलाएं अपने अनुसार गले में संतान की संख्या में जितिया माला, सोने के लॉकेट, चांदी के लॉकेट, हीरा, पुखराज रत्न धारण करती है.
क्या है परंपरा ?
व्रत रखने वाली महिलाएं पीले और लाल रंग का धागा गले में धारण करती हैं, व्रत रखने वाली महिलाओं के जितने पुत्र होते हैं, उसके बराबर गांठ धागे में बांधीं जाती है. जबकि कुछ लोग गांठ बांधने जगह धागे में लॉकेट धारण करते हैं.ये बहुत हीं पुरानी परंपरा और मान्यता है. जो की सदियों से चला आ रहा है.इसकी शुरुआत गरुड़ द्वारा मिले वरदान के बाद शुरू हुई. कहा जाता है शाल्यवाहन पुत्र जीमूतवाहन द्वारा नगर के माताओं के गोद उजाड़ने वाले गरुड़ के द्वारा अष्टमी तिथि को वरदान मांगने के बाद शुरू हुई. जिसकी कहानी पूजा में दौरान मां बहनों को सुनाई जाती है.
बाजार में सजा है जितिया का माला
जितिया व्रत निकट आते डाल्टनगंज के बाजार में जितिया के माला की दुकान सज चुकी है. जहां 10 रुपए में लाल पीले रंग के जितिया उपलब्ध है.वहीं बाजारों में सोनार की दुकान पर सोने और चांदी के बने जितिया के लॉकेट की भारी डिमांड है. जितिया व्रत रखने वाली महिलाएं लॉकेट की खरीदारी कर रही हैं.
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FIRST PUBLISHED : October 4, 2023, 22:39 IST