Jharkhand CM Floor Test : 11 बजे से फ्लोर टेस्ट, बस में MLA, ईडी की कस्टडी में पहुंचेंगे हेमंत सोरेन

रांची. झारखंड में चंपाई सोरेन सरकार को सोमवार को विधानसभा में बहुमत साबित करना है. इस लिहाज से पूरे देश की निगाहें आज झारखंड पर टिकी हैं. विधानसभा के विशेष सत्र और विश्वासमत की प्रक्रिया में शामिल होने के लिए हैदराबाद के रिजॉर्ट में रोके गए गठबंधन सरकार के विधायक वापस रांची लौट आए हैं. इन विधायकों में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस के विधायक शामिल हैं.

एक तरफ जहां जेएमएम ने 48 विधायकों को एकजुट होने का दावा किया है तो वहीं निर्दलीय विधायक सरयू राय ने समर्थन देने से इनकार किया है. इधर रूठे विधायक लोबिन हेम्ब्रम को मनाने में जेएमएम सफल रहा है तो दूसरे बागी और नाराज चल रहे विधायक चमरा लिंडा को लेकर संशय बरकरार है. झामुमो ने तब भाजपा पर खरीद-फरोख्त के जरिए विधायकों को दल बदलवाने की कोशिश करने का आरोप लगाया था.

11 बजे से शुरू होगी कार्यवाही

झारखंड विधान सभा के विशेष सत्र की बात करें तो सुबह 11 बजे राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन का अभिभाषण होगा. राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सीएम चंपाई सोरेन द्वारा सदन में विश्वास मत का प्रस्ताव लाया जाएगा. विश्वास मत के प्रस्ताव पर पक्ष और विपक्ष के बीच सदन में चर्चा होगी और चर्चा के बाद वोटिंग होंगी. ईडी की कस्टडी में हेमंत सोरेन विश्वास मत पर वोटिंग के लिए सुबह 11 बजे विधानसभा लाए जाएंगे. आज VIP गेट से हेमन्त सोरेंन को एंट्री नहीं मिलेगी.

ईडी की कस्टडी में आएंगे हेमंत

2019 के बाद पहली बार आम गेट से विधानसभा में मुख्यमंत्री रहे हेमंत सोरेन की एंट्री होगी. VIP गेट से राज्यपाल, मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन और नेता प्रतिपक्ष विधानसभा के अंदर जाएंगे. इससे पहले रांची सर्किट हाउस से बस में सवार विधायक 10:30 बजे विधानसभा पहुंचेंगे और सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेंगे. सीएम के रूप में चंपाई सोरेन द्वारा दो फरवरी को शपथ लेने के बाद उन्हें विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए 10 दिन का समय दिया गया था.

हालांकि सत्तारूढ़ गठबंधन के नेता आलमगीर आलम ने कहा था कि सरकार पांच फरवरी को ही विशेष सत्र के दौरान बहुमत साबित कर देगी. उन्होंने कहा था कि हम इस अवधि के दौरान कोई जोखिम नहीं ले सकते, क्योंकि भाजपा हमारे विधायकों से संपर्क करने की कोशिश कर सकती है।

ये है झारखंड विधानसभा का गणित

81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए चंपाई सोरेन को 41 विधायकों का समर्थन हासिल करना होगा, वहीं सत्तारूढ़ गठबंधन सरकार का दावा है कि उसके पास 46 विधायकों से ज्यादा का समर्थन है. बता दें कि झारखंड विधानसभा की 81 सीटों में एक सीट रिक्त है,  ऐसे में 80 सीटों के लिए बहुमत का आंकड़ा 41 है.

Tags: CM Hemant Soren, Hemant soren government, Jharkhand news

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