रांची. झारखंड की सियासत में क्या कुछ बड़ा होने वाला है. ये सवाल पिछले कई दिनों से लगातार उठ रहा है इस बीच राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के छुट्टी से वापस लौटने के बाद अब फिर मामला गर्म होता दिख रहा है. राज्यपाल चेन्नई से झारखंड वापस लौट आए हैं, ऐसे में एक बार फिर प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ सकती हैं. संभावना जताई जा रही कि राजभवन की गतिविधियां तेज हो सकती हैं.
राज्यपाल के झारखंड वापस लौटने के बाद एक बार फिर से राजनीतिक गतिविधियां बढ़नी तय है, ऐसा इसलिए क्योंकि झारखंड विधानसभा की गांडेय सीट पर उपचुनाव होना है. चुनाव कराने या नहीं कराने को लेकर भी क्रमश: सत्ता पक्ष तथा विपक्ष राजभवन जा सकता है, ऐसे में राजभवन की ओर सभी की निगाहें टिकी हैं. चर्चा यह भी है कि चुनाव आयोग का लिफाफा भी खुल चुका है और इस पर जल्द ही कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है.
राजनीतिक गलियारे में इस बात की भी चर्चा है कि राजभवन द्वारा हालिया सियासी घटनाक्रम और कानून-व्यवस्था को लेकर रिपोर्ट तैयार की गई है. यह रिपोर्ट तुरंत ही गृह मंत्रालय को सौंपी जाएगी. हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं की गई है.इस बीच विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया है कि गांडेय के विधायक अहमद से इस्तीफा दिलवाया गया है ताकि सोरेन के खिलाफ ED की कार्रवाई की स्थिति में मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना सोरेन उनकी सीट गांडेय से चुनाव लड़ सकें.
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन से मिलेगा. प्रतिनिधिमंडल उनसे अनुरोध करेगा कि अगर हेमंत सोरेन सरकार मुख्यमंत्री की पत्नी को उत्तराधिकारी के रूप में नियुक्त करने का प्रस्ताव रखती है, तो वह कानूनी विशेषज्ञों और अटॉर्नी जनरल से सुझाव मांगें.
मालूम हो कि झारखंड के राज्यपाल 2 जनवरी को चेन्नई गए थे. इसके बाद से राज्य की सियासी सरगर्मियों में थोड़ी शांत हुई थी. अब उनके वापस लौटने के बाद फिर से सियासी पारा हाई हो सकता है. राज्यपाल दो जनवरी को चेन्नई चले गए थे, जिसके बाद झारखंड की सियासी सरगर्मी में थोड़ी कमी आई थी. इस बीच झारखंड में ईडी की ताबड़तोड़ रेड और कल्पना सोरेन की बतौर सीएम ताजपोशी के कयास भी काफी तेज हो गए थे.
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FIRST PUBLISHED : January 8, 2024, 09:47 IST