Jawan Review:

Shah Rukh Khan Jawan Review: चार साल का ब्रेक लेने के बाद पठान से शाहरुख़ ख़ान की शानदार वापसी को, सिर्फ़ तुक्का बताने वालों के लिए, जवान एक जानदार जवाब है। 57 साल के शाहरुख़ ने अपने करियर में जो एक्शन वाला टर्निंग प्वाइंट लिया है, उसने बॉक्स ऑफिस पर इतिहास लिखने की गारंटी पुख़्ता कर दी है। फिल्म के फर्स्ट शो की एडवांस बुकिंग ने, अब तक के सारे रिकॉर्ड तो तोड़ ही दिए हैं, साथ ही थियेटर्स में जो त्यौहार जैसा माहौल है, उसके लिए हिंदी सिनेमा की आंख़ें और दिल दोनो ही तरस रहा था।

जवान का जादू, पठान के रिलीज़ के साथ ही शाहरुख़ ख़ान के फैन्स के सिर चढ़कर बोल रहा था, आख़िर एक साउथ के डायरेक्टर के साथ जवान, शाहरुख़ की पहली ऐसी फिल्म है, जिसके फर्स्ट लुक पोस्टर से लेकर टीज़र, ट्रेलर और गानों तक पूरी साउथ वाली फीलिंग आ रही थी। लग ये भी रहा था कि साउथ का ओवर द टॉप एक्शन और ड्रामा क्या हिंदी ऑडियंस के गले उतरेगा भी या नहीं ?

इन सवालों का जवाब ये है कि जवान, शाहरुख़ ख़ान की अब तक सबसे बड़ी, सबसे अलग कर्मिशियल और मासी फिल्म है, जिस पर भीड़ तालियां बजाएगी, डांस करेगी, सीटियां बजाएगी। राइटर-डायरेक्टर एटली ने, जो साउथ सुपरस्टार विजय के साथ ज़बरदस्त मसाला एंटरटेनर बनाने के लिए जाने जाते रहे हैं, उन्होने किंग ख़ान को जवान के साथ ऐसे धाकड़ हीरो की इमेज के साथ पेश किया है, जो इससे पहले शाहरुख़ ख़ान की किसी और फिल्म के डायरेक्टर नहीं कर पाए हैं।

पहले ही सीन के साथ एटली ने, जवान का माहौल सेट कर दिया है, जिसमें स्पेशल फोर्सेज़ के ऑफिसर – विक्रम राठौर पट्टियों में बंधे हैं और तिब्बत के एक गांव में उनका इलाज चल रहा है, और जब इस गांव पर फॉरेन ऑर्मी अटैक करती है, तो पट्टियों में बंधा विक्रम राठौर उस पूरी आर्मी को ठिकाने लगा देता है, लेकिन अब उसकी याद्दाश्ता जा चुकी है। कहानी, 30 साल आगे बढ़ती है और मुंबई मेट्रो एक जवान, विक्रम राठौर के नाम से ही, अपनी लेडी आर्मी के साथ किडनैप कर लेता है। इसके साथ ही शुरु होता है, करप्ट सिस्टम को एड़ी पर लाकर, नाकारा और बड़े उद्योगपतियों की गोदी में बैठे नेतांओं की पोल खुलने का सिलसिला।

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जवान की टीम की हर लड़की की अपनी कहानी है, और उनकी कहानियों के साथ ही लोगों को चूसने वाले सिस्टम की विक्रम राठौर के भेष में, उसका बेटा आज़ाद चूलें हिला देता है।

फिर फ्लैशबैक में विक्रम की स्टोरी, उसके बेटे की स्टोरी, उसकी बीवी की कहानी सब कुछ जवान को दिलचस्प बनाती जाती है। पुलिस ऑफिसर नर्मदा के साथ आज़ाद की लवस्टोरी भी दिलचस्प है और ज़बरदस्त टिवस्ट के साथ आपको बांधे रखती है।

राइटर डायरेक्टर एटली ने दो घंटे 49 मिनट की जवान को फास्ट पेस रखा है, हर किरदार को पनपने दिया है, उसकी बैकस्टोरी समझाई है और उसके बाद भी एक लम्हे के लिए भी फिल्म को हल्का नहीं पड़ने दिया है। डायलॉग्स और सीन ऐसे लिखे गए हैं, जैसे एटली को पहले से ही पता है, कि इस सीन पर सीटियां बजेंगी, इस सीन पर तालियां पड़ेगी।

जवान पूरी तरह से शाहरुख़ ख़ान की फिल्म है, एक ज़बरदस्त एक्शन हीरो के तौर पर किंग ख़ान ने अपने डबल रोल से फैन्स को डबल सेलिब्रेशन का मौका दिया है। इमोशन, एक्शन, टाइमिंग, डांस, और नयनतारा-दीपिका पादकोण के साथ डबल डोज़ ऑफ़ रोमांस के साथ शाहरुख़ ने जवान को परफेक्ट एंटरटेनमेंट का पैकेज बना दिया है।

नयनतारा का ये हिंदी डेब्यू, बेहद शानदार है। एक्शन और अपीयरेंस में वो ज़बरदस्त हैं। दीपिका पादुकोण का एक्सेटेंडेड कैमियो बेहद पॉवरफुल है, एक तरह से वो इस कहानी की धुरी हैं।

फिलम के मेन विलेन ‘काली’ बने साउथ के शानदार एक्टर विजय सेथुपत्ती ने अपनी अदाकारी का लोहा मनवा दिया है। शाहरुख़ के साथ उनके क्लाइमेक्स सीन का कोई जवाब ही नहीं है।

प्रियामनी, रिद्धी डोगरा, सान्या मल्होत्रा के साथ किंग ख़ान की गर्ल-गैंग ने जवान को जानदार और शानदार बना दिया है। और आखिरकार, सबसे बड़ा सरप्राइज़ तो संजय दत्त ने दिया है, उनके कैमियो की किसी को कानों-कान ख़बर नहीं थी, मगर उनके कैरेक्टर ने जो ट्विस्ट जवान में दिया है, उसे देखकर आप तालियां बजाएंगे। वैसे जवान में किंग ख़ान ने इसके सीक्वेल का हिंट भी दे दिया है। मतलब, ये सेलिब्रेशन की शुरुआत भर है।

थियेटर जाइए, जवान देखिए… एंटरटेनमेंट पर ध्यान दीजिए, कहानी अच्छी है, थोड़ा ड्रामा ज़्यादा है, लेकिन उसे आप जी भर के एन्जॉय करेंगे।

जवान को 4 स्टार।

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