Laddu Gopal Puja Niyam: जन्माष्टमी बस आने ही वाली है और जन्माष्टमी के दिन लड्डू गोपाल की पूजा की जाती है. अगर आप इस दिन या उससे पहले भी अपने घर में लड्डू गोपाल को विराजमान करने जा रहे हैं और आपके मन में उनकी पूजा करने को लेकर कई प्रश्न है, तो चलिए हम आपको लड्डू गोपाल को विराजमान करने को लेकर सही नियम के बारे में बताते हैं…
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लड्डू गोपाल की स्थापना के नियम
अपने घर में लड्डू गोपाल की स्थापना के लिए जन्माष्टमी सबसे शुभ दिन माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन अपने मंदिर में लड्डू गोपाल की स्थापना करने से अत्यधिक शुभ फल प्राप्त होते हैं. स्थापना के बाद, लड्डू गोपाल को रोजना अनुष्ठान स्नान कराना महत्वपूर्ण है. आप लड्डू गोपाल का स्नान, दूध, दही, शहद, गंगा जल और घी के साथ कराएं. बता दें कि लड्डू गोपाल इन प्रसादों से प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं.
पोशाक
बता दें कि रोजाना स्नान के बाद, आप लड्डू गोपाल को पोशाक पहनाएं. आप प्रतिदिन उनके कपड़े बदलने और उन्हें चंदन का तिलक लगाएं.
दिन में चार बार भोग
आप दिन में चार बार लड्डू गोपाल को भोग लगाना चाहिए. गौरतलब है कि भगवान कृष्ण को माखन मिश्री (मक्खन और चीनी) विशेष प्रिय है. इसलिए, आप उन्हें यह मीठा भोग लगाकर प्रसन्न कर सकते हैं.
रोज करें आरती
आपको रोज लड्डू गोपाल की आरती करनी चाहिए. इस आरती को दिन में चार बार करने की सलाह दी जाती है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इससे बाल लड्डू गोपाल होते हैं और भक्तों की सभी इच्छाएं पूरी होती हैं.
झूला झुलाएं
आप आरती के बाद प्रसाद चढ़ाकर, लड्डू गोपाल को धीरे-धीरे झूला झुलाना चाहिए. इस दौरान उनके झूले पर पर्दा लगाना न भूलें.
उन्हें कभी अकेला न छोड़ें
बता दें कि लड्डू गोपाल को घर का सबसे छोटा सदस्य माना जाता है और तदनुसार, उन्हें कभी भी घर पर अकेला नहीं छोड़ना चाहिए.