Jan Gan Man: G20 Summit की अपार सफलता ने PM Modi की Global Popularity में बहुत तगड़ा इजाफा कर दिया है

मोदी की वैश्विक नेता के रूप में ग्लोबल अप्रूवल रेटिंग और बढ़ गयी है और मोदी को दुनिया के बड़े कूटनीतिज्ञों में भी देखा जाने लगा है। मोदी के नेतृत्व की संयुक्त राष्ट्र से लेकर दुनिया के छोटे-बड़े देशों तक में तारीफ हो रही है तो अपने यहां भी प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत और सत्कार किया जा रहा है।

पहले तो भारत में ही मोदी मोदी के नारे लगते थे लेकिन अब दुनिया भी मोदी मोदी कर रही है क्योंकि नयी दिल्ली में हाल में संपन्न जी20 शिखर सम्मेलन से लौट कर दुनिया भर के लोग अपने अपने देशों में जाकर बता रहे हैं कि भारत कितना आगे बढ़ गया है। जो विदेशी मेहमान भारत आये थे वह अपने देश में जाकर सिर्फ भारत की ही चर्चा कर रहे हैं। जी20 शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल भारत मंडपम में जो दिव्य और भव्य कार्यक्रम आयोजित हुए वह सबके दिलो दिमाग पर छा गये हैं। विदेशी नेता, अधिकारी और विदेशी मीडिया तक भारत के प्रधानमंत्री के मुरीद हो गये हैं क्योंकि उन्होंने जिस तरह से साझा घोषणापत्र पर सदस्य देशों के बीच आम सहमति बनाई उसकी किसी ने कल्पना तक नहीं की थी। विदेशी नेता और मीडिया कह रहे हैं कि ऐसा आयोजन इससे पहले नहीं देखा। देखा जाये तो इस आयोजन की बदौलत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वैश्विक नेता के रूप में ग्लोबल अप्रूवल रेटिंग और बढ़ गयी है और मोदी को दुनिया के बड़े कूटनीतिज्ञों में भी देखा जाने लगा है। मोदी के नेतृत्व की संयुक्त राष्ट्र से लेकर दुनिया के छोटे-बड़े देशों तक में तारीफ हो रही है तो अपने यहां भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत और सत्कार किया जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय में प्रधानमंत्री मोदी का जोरदार स्वागत किया गया क्योंकि उनके नेतृत्व में भारत ने जी20 शिखर सम्मेलन का सफल आयोजन किया। दूसरी तरफ प्रधानमंत्री भी जी20 शिखर सम्मेलन के आयोजन से जुड़े लोगों का आभार व्यक्त करने के लिए उन तक पहुँच रहे हैं। उन्होंने भारत मंडपम में अंतरराष्ट्रीय मीडिया केंद्र में जाकर मीडिया और अन्य कर्मचारियों का आभार जताया तो अगले दिन उन्होंने विदेश मंत्रालय के अधिकारियों और कर्मचारियों से मुलाकात कर उनकी सराहना की। अब प्रधानमंत्री दिल्ली पुलिस के अधिकारियों और जवानों के साथ भोजन कर उनका हौसला भी बढ़ायेंगे।

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख का बयान

जहां तक मोदी नाम की दुनिया भर में धाक जमने की बात है तो आपको बता दें कि संयुक्त राष्ट्र महासभा के 78वें सत्र के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस ने कहा है कि भारत की अध्यक्षता में नयी दिल्ली में जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में जारी ‘साझेदारी’ का ‘ठोस’ संयुक्त बयान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी टीम के राजनयिक कौशल और निपुणता का प्रमाण है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह प्रधानमंत्री मोदी और उनकी टीम के कूटनीतिक कौशल और निपुणता का प्रमाण है कि वे साझेदारी का एक ठोस संयुक्त बयान जारी करने में जी20 के सदस्य देशों को एक साथ रखने में सक्षम रहे, जो निश्चित रूप से हमारे लिए आवश्यक था।’’

अंतरराष्ट्रीय मीडिया भी हुआ प्रभावित

उधर, अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने जी-20 शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन के लिए भारत की सराहना की है और इसके नतीजे को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कूटनीतिक जीत बताया है, जो वैश्विक मंच पर देश का प्रभाव बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं। एसोसिएटेड प्रेस ने ‘जी20 शिखर सम्मेलन में विभाजित वैश्विक शक्तियों के बीच समझौता मोदी की कूटनीतिक जीत’ शीर्षक वाले लेख में कहा, ‘‘कुछ विशेषज्ञों ने समझौते को रूस की जीत के रूप में देखा, जबकि अन्य ने इसे पश्चिम के लिए एक उपलब्धि करार दिया। लेकिन, अधिकतर विशेषज्ञ सहमत हैं कि यह प्रधानमंत्री मोदी के लिए विदेश नीति की जीत है क्योंकि वह वैश्विक मंच पर भारत के प्रभाव को बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं।’’ ब्लूमबर्ग ने कहा कि जी-20 ने भारत के प्रधानमंत्री के वैश्विक नेता के दर्जे को मजबूत किया है। फाइनेंशियल टाइम्स में पत्रकार जॉन रीड ने अपने लेख में कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह भारत और व्यक्तिगत रूप से मोदी दोनों के लिए एक निर्विवाद जीत थी।’’ फ्रांसीसी भाषा के स्विस समाचार पत्र ‘ले टेम्प्स’ के लेख में कहा गया है कि अफ्रीकी संघ का जी20 में प्रवेश मोदी के लिए एक उल्लेखनीय कूटनीतिक जीत है। ‘गल्फ न्यूज’ ने लिखा, ‘‘भारत के लिए जी20 की अध्यक्षता ने बहुपक्षीय कूटनीति में देश की बढ़ती भूमिका और एक ऐसी आवाज के रूप में उभरने को रेखांकित किया है जिसे अवश्य सुना जाना चाहिए।’’ अंग्रेजी भाषा के अखबार ‘चाइना डेली’ में प्रकाशित एक भारतीय प्रोफेसर के आलेख में इस बात पर जोर दिया गया है कि भारत ने अपनी जी20 अध्यक्षता के दौरान कई नये मानक गढ़े हैं। ‘द गार्डियन’, ‘पॉलिटिको’ और ‘न्यूजीवीक’ जैसे विदेशी प्रकाशनों ने भी इस संबंध में आलेख प्रकाशित किये हैं।

दुनिया की बड़ी शक्तियों ने क्या कहा?

अमेरिका ने जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए भारत की सराहना की और इसे एक बड़ी ‘‘सफलता’’ करार दिया। साथ ही ‘भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारा’ की भी सराहना की, जो यूरोप से एशिया तक और दोनों महाद्वीपों में आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहित करेगा। अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ”यह ‘भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारा’ एक ऐतिहासिक कदम है। हमें लगता है कि इससे यूरोप से एशिया तक संपर्क के एक नए युग की शुरुआत होगी जो दोनों महाद्वीपों में आर्थिक वृद्धि, आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करेगा। साथ ही ऊर्जा और डिजिटल संपर्क में सहयोग करेगा।’’ मिलर ने हाल ही में नयी दिल्ली में संपन्न जी20 शिखर सम्मेलन को एक बड़ी सफलता करार दिया। उन्होंने जी20 सदस्य देशों की ओर जारी बयान के संबंध में कहा, ”जी20 एक बड़ा संगठन है…रूस जी20 का सदस्य है, चीन जी20 का सदस्य है.. ये ऐसे सदस्य हैं जिनके विचार विविध हैं। हम इस तथ्य पर विश्वास करते हैं कि संगठन एक ऐसा बयान जारी करने में सक्षम था जो क्षेत्रीय अखंडता तथा संप्रभुता का सम्मान करने का आह्वान करता है, साथ ही कहता है कि इन सिद्धांतों का उल्लंघन नहीं किया जाना चाहिए। यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण बयान है क्योंकि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण की मूल वजह यही है।’’

दूसरी ओर, नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रूट ने कहा कि नयी दिल्ली में हुए जी20 शिखर सम्मेलन में जारी घोषणापत्र स्पष्ट रूप से एक समझौता है, लेकिन वह इस बात से खुश हैं कि इसमें कुछ महत्वपूर्ण बिंदु हैं और भारत इसे पेश कर पाया। 

वहीं, चीन ने कहा कि जी20 के नयी दिल्ली घोषणापत्र ने एक “सकारात्मक संकेत” दिया है कि इस प्रभावशाली समूह के सदस्य देश वैश्विक चुनौतियों से निपटने तथा आर्थिक सुधार के लिए हाथ मिला रहे हैं। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग से जब एक मीडिया ब्रीफिंग में पूछा गया कि बीजिंग जी20 शिखर सम्मेलन के नतीजे को कैसे देखता है तो उन्होंने कहा कि घोषणापत्र यह संकेत देता है कि जी20 देश वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए हाथ मिला रहे हैं, जो आर्थिक सुधार पर दुनिया को सकारात्मक संकेत दे रहा है। माओ निंग ने कहा, तैयारी प्रक्रिया के दौरान चीन ने भी “रचनात्मक भूमिका निभाई और विकासशील देशों की चिंताओं को महत्व दिया तथा वैश्विक साझा विकास के लिए अनुकूल परिणाम का समर्थन किया”। माओ ने कहा कि चीन ने हमेशा जी20 समूह को महत्व दिया है और वह उसके काम का समर्थन करता है। प्रवक्ता ने कहा, “हम विश्व अर्थव्यवस्था और विभिन्न विकास क्षेत्रों में जोखिमों से निपटने में जी20 की एकजुटता और सहयोग का समर्थन करते हैं।”

वहीं सऊदी अरब ने कहा है कि पूरे विश्व ने सबसे सफल जी20 शिखर सम्मेलन को देखा और अतीत में कभी भी बैठक के पहले ही दिन सदस्यों के बीच आम सहमति नहीं बन पाई थी। सऊदी अरब के निवेश मंत्री खालिद ए अल फलीह ने कहा, ‘‘आज पूरी दुनिया सबसे सफल जी20 शिखर सम्मेलन में से एक की चर्चा कर रही है… आपके परिवार के हिस्से के रूप में, मैं आपको बता सकता हूं कि हमें वास्तव में गर्व है। हमने (इससे पहले) कभी भी आम सहमति हासिल नहीं की थी और शिखर सम्मेलन के पहले ही दिन घोषणापत्र को अंगीकार नहीं किया था।’’ उन्होंने कहा कि दुनिया के तमाम तरह की चुनौतियों का सामना करने के बावजूद यह सहमति बनी। खालिद ने भारत के नेतृत्व की सराहना की। 

उधर, रूस ने कहा कि भारत की अध्यक्षता में जी20 शिखर सम्मेलन कई मायनों में महत्वपूर्ण सम्मेलन है, क्योंकि इसके नतीजों ने दुनिया को कई चुनौतियों पर आगे बढ़ने का रास्ता दिखाया और ‘ग्लोबल साउथ’ की ताकत और महत्व का प्रदर्शन किया। हम आपको बता दें कि ‘ग्लोबल साउथ’ शब्द का इस्तेमाल अक्सर विकासशील और अल्प विकसित देशों के लिए किया जाता है, जो मुख्य रूप से अफ्रीका, एशिया और लैटिन अमेरिका में स्थित हैं। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने नयी दिल्ली में एक प्रेस वार्ता में कहा कि भारत ने यूक्रेन सहित कई मुद्दों पर पश्चिमी देशों को अपना दृष्टिकोण आगे बढ़ाने से रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। रूस के विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘मैं जी20 के राजनीतिकरण के प्रयासों को रोकने के लिए भारत के प्रति अपना आभार व्यक्त करना चाहता हूं। पश्चिमी देशों का आधिपत्य नहीं कायम हो पाएगा, क्योंकि हम दुनिया में सत्ता के नये केंद्र उभरते हुए देख रहे हैं।’’

देसी हस्तियों ने क्या कहा

अभिनेता अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान और अक्षय कुमार समेत कई अन्य फिल्मी हस्तियों ने भारत की जी20 की सफल अध्यक्षता के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बधाई देते हुए कहा कि यह अवसर प्रत्येक भारतीय के लिए ‘सम्मान और गौरव’ का क्षण है। अमिताभ बच्चन ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, ”भारत का गर्व, यह दुनिया के सामने एक लंबी छलांग है। भारत माता की जय।’’ शाहरुख ने जी20 के विषय- ‘वसुधैव कुटुम्बकम्- एक पृथ्वी, एक कुटुम्ब, एक भविष्य’ का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत एकजुट होकर समृद्ध होगा। शाहरुख खान ने ‘एक्स’ पर लिखा, ”जी20 की सफल अध्यक्षता और विश्व के लोगों के बेहतर भविष्य के वास्ते विभिन्न देशों के बीच एकता पर जोर देने के लिए माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को बधाई। इसने हर भारतीय के दिल को गर्व और सम्मान की भावना से भर दिया है। महोदय, आपके नेतृत्व में हम अलग-थलग रहकर नहीं, बल्कि एकजुट होकर समृद्ध होंगे। एक पृथ्वी, एक कुटुम्ब, एक भविष्य।’’ अभिनेता अक्षय कुमार ने भी जी20 शिखर सम्मेलन की सफलता के लिए प्रधानमंत्री मोदी को बधाई देते हुए ‘एक्स’ पर लिखा, ”’एक पृथ्वी, एक कुटुम्ब, एक भविष्य’ विषय ऐतिहासिक जी20 शिखर सम्मेलन आयोजित करने का कितना शानदार तरीका है। भारत के नेतृत्व ने साबित कर दिया है कि वसुधैव कुटुम्बकम ही नयी विश्व व्यवस्था की वास्तविकता है। गौरवान्वित भारतीयों के रूप में, आज हमारा सिर ऊंचा है। धन्यवाद मोदी जी… उन सभी को धन्यवाद, जिन्होंने हमें दुनिया के शीर्ष पर महसूस कराया। जय हिंद, जय भारत।’’ अभिनेता अजय देवगन ने जी20 शिखर सम्मेलन को सफल बनाने के लिए प्रधानमंत्री और अन्य सभी लोगों को बधाई दी। अजय देवगन ने लिखा, ”विशेष रूप से हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, आपका नेतृत्व एक पृथ्वी, एक कुटुम्ब, एक भविष्य के संदेश को एक साथ लाने का एक अनिवार्य हिस्सा था और रहेगा।’’ इसके अलावा अभिनेता अनिल कपूर और संजय दत्त ने भी जी20 शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन के लिए प्रधानमंत्री की प्रशंसा करते हुए उन्हें बधाई दी।

वहीं, नीरज चोपड़ा से लेकर पीवी सिंधू तक भारत के शीर्ष खिलाड़ियों जी20 शिखर सम्मेलन की सफल मेजबानी करने और ‘अंतरराष्ट्रीय कूटनीति को एक नए स्तर पर’ ले जाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की। मौजूदा ओलंपिक और विश्व चैम्पियन भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, ”भारत की जी20 अध्यक्षता में नेतृत्व के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बहुत-बहुत बधाई। जय हिन्द।’’ ओलंपिक रजत पदक विजेता शटलर सिंधू ने बैठक की सफलता पर मोदी को बधाई दी और लिखा, ‘‘आइए हम भारत के जी20 अध्यक्षता में उनके उल्लेखनीय और दूरदर्शी नेतृत्व के लिए माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तहेदिल से सराहना करें।’’ उन्होंने लिखा, ‘‘उनके मार्गदर्शन में, भारत आशा की किरण के रूप में उभरा है, देश एक नए युग का मार्ग प्रशस्त कर रहा है जहां हम एक वास्तविक वैश्विक महाशक्ति के रूप में उभरने के लिए तैयार हैं। हमारा देश दुनिया को एक उज्जवल और सद्भाव का काम करने के लिए प्रभावित और प्रेरित कर रहा है।’’ सिंधू ने लिखा, ”दुनिया ने वैश्विक मंच पर एकता, प्रगति और सहयोग का समर्थन करने वाले एक उभरते हुए भारत की सुबह देखी है। नरेंद्र मोदी सर आपको बधाई।’’ भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कोच और अपने समय के दिग्गज हरफनमौला रवि शास्त्री ने भारतीय कूटनीति को एक नये स्तर पर ले जाने के लिए प्रधानमंत्री की तारीफ की। उन्होंने लिखा, ”भारत की सफल जी20 अध्यक्षता और अंतरराष्ट्रीय कूटनीति को एक नए स्तर पर ले जाने के लिए माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को बधाई। मेरे 61 साल के अस्तित्व में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। जय हिंद।’’ इनके अलावा क्रिकेटर सुरेश रैना, पैरा निशानेबाज अवनी लेखरा, तलवारबाज भवानी देवी ने भी प्रधानमंत्री की तारीफ की।

इससे भारत को क्या फायदा होने वाला है?

जी20 की अध्यक्षता के दौरान लोगों द्वारा की गई तारीफ के कारण भारत में पर्यटन क्षेत्र में तेजी से वृद्धि होने की पूरी संभावना है। पर्यटन महानिदेशक मनीषा सक्सेना का कहना है हि पर्यटन मंत्रालय भारत की जी20 की अध्यक्षता के दौरान हुए “लाभ और अनुभवों का फायदा उठाने” की कोशिश करेगा। मनीषा सक्सेना ने कहा, “भारत में जी20 आयोजनों का पूरा डिज़ाइन बहुत महत्वाकांक्षी था जिसमें 200 से अधिक आयोजनों के लिए 60 से अधिक स्थान थे। मुझे लगता है कि उन संदर्भों में यह अब तक की सबसे जीवंत अध्यक्षता में से एक है। और इन सभी 60 स्थानों पर, संपत्तियां बनाई गई हैं… सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, लोगों की पूरी टीम अब ऐसे और कार्यक्रम आयोजित करने के लिए अनुभवी व्यक्तियों के रूप में सामने आई हैं।” उन्होंने कहा, “और अब जब हमें लोगों द्वारा किये जा रहे प्रचार का भी लाभ मिला है, तो मुझे लगता है कि हम आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं।”

बहरहाल, इसमें कोई दो राय नहीं कि जी20 शिखर सम्मेलन के माध्यम से भारत की प्रतिष्ठा दुनिया भर में बढ़ी है। साथ ही भारत ने इस आयोजन की भव्यता की ऐसी मिसाल कायम कर दी है जिसके पार जा पाना अन्यों के लिए मुश्किल होगा। ब्राजील के राष्ट्रपति ने तो कह भी दिया है कि भारत ने इस आयोजन का जो स्तर उठाया है उसके चलते हमारे लिये चुनौतियां बढ़ गयी हैं। वैसे देखा जाये तो यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे देश की सामूहिक सफलता भी है क्योंकि जी20 से जुड़े सभी आयोजनों को सफल बनाने के लिए हमारे 60 से ज्यादा शहरों ने कड़ी मेहनत की थी।

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