पंजाब में 1996 में जन्मे सिंह 2015 में सेना में शामिल हुए थे। घटना के वक्त वह कश्मीर में 19 राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट में तैनात थे। शहीद को श्रद्धांजलि देने वालों में कैबिनेट मंत्री चेतन सिंह जौरमाजरा भी शामिल थे।
जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हुए सेना के जवान प्रदीप सिंह का मंगलवार को पूरे सैन्य सम्मान के साथ दाह-संस्कार पटियाला जिले के उनके पैतृक गांव बल्लमगढ़ गांव में किया गया।
जम्मू-कश्मीर में कश्मीर घाटी के अनंतनाग जिले के गडोले के घने जंगलों से 27 वर्षीय सैनिक का शव सोमवार को बरामद हुआ था।
पिछले हफ्ते घाटी के कोकेरनाग के ऊंचाई वाले इलाके में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में दो सैन्य अधिकारी – एक कर्नल और एक मेजर – और जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक उपाधीक्षक भी शहीद हुए थे।
मुठभेड़ के पहले दिन 13 सितंबर को प्रदीप सिंह लापता हो गये थे और उनका शव सोमवार को मिला।
सिंह के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव समाना ले जाया गया। शहीद को उनकी पत्नी सीमा रानी, पिता दर्शन सिंह और भाई कुलदीप सिंह ने अंतिम विदाई दी।
पंजाब में 1996 में जन्मे सिंह 2015 में सेना में शामिल हुए थे। घटना के वक्त वह कश्मीर में 19 राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट में तैनात थे।
शहीद को श्रद्धांजलि देने वालों में कैबिनेट मंत्री चेतन सिंह जौरमाजरा भी शामिल थे।
अंतिम संस्कार के दौरान जिला प्रशासन, पुलिस और सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि प्रदीप सिंह ने देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए कर्तव्य का निर्वहन करते हुए शहादत पायी है।
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