Jaipur News: जल जीवन मिशन में जहां जमकर घोटाले हुए, फिर उसी सर्किल अधीक्षण अभियंता सुनील गर्ग को लगाया है. अधीक्षण अभियंता सुनील गर्ग को अलवर वृत्त लगाया, जबकि अलवर घोटाले में सुनील गर्ग को नोटिस मिला था. नोटिस के बाद चार्जशीट भी मिलनी है. अलवर में रहते घटिया क्वालिटी के पाइप डाले गए थे. देश की प्रतिष्ठित श्रीराम लैब में सैंपल भी फेल हुए थे. पाइपों की गहराई नियमों के मुताबिक कम थी, लेकिन फिर से अलवर वृत्त में लगाया गया. ऐसे में अलवर घोटाले की जांच प्रभावित हो सकती है. नियमों के तहत दोषियों को उस सीट से हटाया जाता है. गर्ग के साथ 12 इंजीनियर्स को चार्जशीट मिलनी है. इनकी कार्रवाई के लिए अलवर से पूर्व सांसद और तिजारा विधायक बाबा बालकनाथ ने कन्हैयालाल चौधरी को खत लिखा था.
ईडी की जांच के दायरे में गर्ग
सुनील गर्ग के साथ उदयपुर रीजन और प्रोजेक्ट का चार्ज था. यहां हुए भ्रष्टाचार को लेकर ईडी ने छापेमारी की थी. ईडी ने जगदीश प्रसाद अग्रवाल के ठिकानों पर छापे मारे थे, जिसके मालिक शिवरतन अग्रवाल से पूछताछ की गई थी. इस फर्म ने सुनील गर्ग के रहते शिवरतन अग्रवाल की फर्म को टेंडर दिए थे. ऐसे में सुनील गर्ग ईडी की जांच के दायरे में है. शिवरतन अग्रवाल को शर्तें बदलकर टेंडर दिए गए थे. इस मामले में ईडी की जांच जारी है.
जयपुर के तीन डिवीजन में एक्सईएन बदले
जलदाय विभाग में बड़ा फेरबदल हुआ है, जिसमें 113 एक्सईएन और 116 एईएन के तबादले हुए है, लेकिन जयपुर में कम ही बदलाव देखने को मिला है. जयपुर रीजन-2 में केवल तीन डिवीजन में एक्सईएन बदले है. एक्सईएन जेडीएस कटारा को सबसे चर्चित एन-3 की जिम्मेदारी दी गई, जबकि साउथ-4 में गिरीश जैन और नार्थ-4 में सुरेश कुमार शर्मा को लगाया है. वहीं, अधीक्षण अभियंता सतीश जैन के साथ डब्लूएसएसओ में लंबे समय से जमे एक्सईएन सुरेंद्र माथुर को हटा दिया है. अब उन्हें टीएम टोंक वृत्त लगाया है.
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