Jaipur News: शुष्क क्षेत्र की बदलती गतिशीलता और भारतीय उपमहाद्वीप में मौसम, जलवायु पर प्रभाव विषय पर एक राष्ट्रीय संगोष्ठी ”ट्रॉपमेट” का आयोजन जाएगा. बुधवार से 3 दिवसीय भारतीय मौसम विज्ञान सोसायटी के जरिए बिरला ऑडिटोरियम में यह सेमिनार आयोजित किया जाएगा. इस कार्यक्रम का उदघाटन राजस्थान विश्व विध्यालय की उप कुलपति डॉ अल्पना कटेजा करेंगी.
वहीं इस सेमिनार में भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के डीजीएम डॉ एम मोहपात्रा और प्रोफेसर पी घोष विशिष्ट अतिथि के रूप में इस सेमिनार में शामिल होंगे. इस संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य मौसम में हो रहे जलवायु परिवर्तन और मौसम विज्ञान के क्षेत्र में कार्यरत वैज्ञानिकों, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रोफेसरों, शोधार्थीयों, छात्रों के बीच समन्वय को बढ़ाना है. जिससे मौसम के अन्य तरीकों को बेहतर तरीके जान और समझ कर उनका प्रयोग किया जा सकें.
बता दें कि इस संगोष्ठी में लगभग 200 प्रख्यात वैज्ञानिक, प्रोफेसर और विभिन्न विश्वविद्यालयों, आईआईटी, शैक्षणिक और वैज्ञानिक संस्थानों के लगभग 400 शोधार्थी और छात्र-छात्राएं भाग लेंगे. इस सम्मेलन के दौरान जलवायु परिवर्तन, चरम मौसमीय घटनाएं, धूल भरी आधियां, उष्णलहर, शीतलहर और भारत के शुष्क क्षेत्र में कृषि पारिस्थितिकी तंत्र और वर्षा जल की उपलब्धता के विभिन्न पहलुओं पर भी प्रमुख चर्चा होगी. यह संगोष्ठी मौसम विज्ञान और भारतीय उपमहाद्वीप के शुष्क क्षेत्र में बदलती जलवायु के क्षेत्र में युवा पीढ़ियों के लिए मुख्य प्रेरणाओं में से एक होगी.
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