Hamas-Israel War Update: हमास के सरप्राइज अटैक के बाद अब इजरायल रौद्र रूप में आ गया है. गाजा स्थित हमास के ठिकानों पर इजरायल ताबड़तोड़ हमले कर रहा है. आतंकियों को चुन-चुनकर मौत के घाट उतारा जा रहा है और हमास के कब्जे से बंधकों को छुड़ाने का प्लान भी तैयार किया जा रहा है.
इजरायल में जब शनिवार को हमास के आतंकवादी ग्लाइडर के जरिए घुसे तो उन्होंने जिसे देखा उस पर गोलियां दागनी शुरू कर दीं. महिलाओं के अलावा इजरायली सैनिकों को अगवा किया और उनको बंधक बनाकर अपने साथ गाजा ले गए. महिलाओं के साथ हमास के आतंकियों के बदसलूकी करने के कई वीडियो सामने आए हैं. हमास के हमलों में अब तक इजरायल में अब तक 600 से ज्यादा लोगों की मौत चुकी है और 2000 से ज्यादा घायल हैं.
क्या बोले ब्लिंकन
इस बीच अमेरिका ने कहा कि मारे गए लोगों और बंधकों में कुछ अमेरिकी नागरिक भी हो सकते हैं. रविवार को अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने यह बात कही.
ब्लिंकन ने कहा, हमें रिपोर्ट्स मिली हैं कि इजरायल में मारे गए लोगों में अमेरिकी नागरिक भी हो सकते हैं. विदेश मंत्रालय उन रिपोर्ट्स के पुख्ता करने में जुटा है, जिसमें कहा जा रहा है कि अमेरिकी नागरिकों को बंधक बनाया गया है. बता दें कि अमेरिका ने हमास के खिलाफ युद्ध में इजरायल के समर्थन का ऐलान किया है. ब्लिंकन ने यह भी कहा कि अगर कोई अमेरिकी बंधक है तो उसकी रिहाई के लिए हर संभव कोशिश की जाएगी.
दूसरे दिन इजरायल का ताबड़तोड़ पलटवार
इजराइल पर हमास के अप्रत्याशित हमले के एक दिन बाद रविवार को इजराइली सैनिकों और हमास लड़ाकों के बीच दक्षिणी इजराइल में संघर्ष जारी रहा जबकि इजराइल ने जवाबी हमले कर गाजा में कई इमारतों को जमींदोज कर दिया. वहीं, उत्तरी इजराइल में लेबनान के चरमपंथी समूह हिजबुल्ला के साथ संघर्ष से युद्ध के व्यापक पैमाने पर फैलने की आशंका बढ़ गई है.
गाजा से अप्रत्याशित हमले के 24 घंटे से अधिक समय बाद भी संघर्ष जारी है. हमास के आतंकवादियों ने शनिवार तड़के इजराइल पर हजारों रॉकेट दागे और आतंकवादी इजराइल के सुरक्षा घेरे को तोड़कर सीमा के आसपास के इलाकों में घुस गए.
बंधकों के बदले आतंकी कर सकते हैं ये मांग
आशंका जताई गई है कि आतंकवादी बंधक बनाए गए लोगों की रिहाई के बदले में हजारों फलस्तीनी कैदियों को छोड़ने की मांग कर सकते हैं. मृतकों और बंधकों की बढ़ती संख्या और हमले के प्रति धीमी प्रतिक्रिया ने एक बड़ी खुफिया विफलता की ओर इशारा किया और लंबे समय से चली आ रही उस धारणा को कमजोर कर दिया कि दशकों से नियंत्रित छोटे व घनी आबादी वाले क्षेत्र में इजराइल की चप्पे-चप्पे पर निगरानी है.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि देश युद्ध लड़ रहा है और दुश्मनों को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. उन्होंने आगाह किया कि इस युद्ध में वक्त लगेगा. यह मुश्किल होगा.