Israel Hamas War: हमास नहीं मानेगा.. फिर करेगा 7 अक्टूबर जैसा नरसंहार, आतंकी धमकी ने बढ़ाई इजरायल की टेंशन

Israel Hamas War: इजरायल और हमास के बीच युद्ध की आग अभी बुझती दिखा नहीं दे रही. इजरायल ने जहां हमास के अंत की कसम खाई है वहीं, हमास भी पीछे हटने वाला नहीं है. 25 दिनों से जारी इस युद्ध में अब तक हजारों की निर्दोषों की जान जा चुकी हैं. हमलों में दोनों ही देशों को भारी नुकसान हुआ है. इस बीच हमास ने जंग फिर तेज करने की धमकी दे दी है. हमास के प्रतिनिधिन गाजी हमद ने 7 अक्टूबर जैसा भयावह हमला दोहराने की धमकी दी है.

गाजी हमद ने कहा कि हमास तब तक पीछे नहीं हटेगा जब तक इजरायल घुटने नहीं टेक देता. हमद ने कहा कि हक की लड़ाई में हमारे लड़ाके गर्व शहीद होते रहेंगे. अपनी जमीन को पाने के लिए हम 7 अक्टूबर जैसा हमला एक नहीं कई बार करेंगे. बता दें कि 7 अक्टूबर को हमास के हमले में 1400 से अधिक इजरायली लोगों की जान चली गई थी. जिसके बाद से गाजा पट्टी पर बड़े पैमाने पर दोनों तरफ से हमला जारी है.

वाशिंगटन डीसी में एक शोध संगठन मेमरी से बात करते हुए गाजी ने कहा कि इजरायल एक ऐसा देश है जिसका हमारी (फिलिस्तीन की) भूमि पर कोई स्थान नहीं है. इजरायल अरब और इस्लामी देशों की सुरक्षा के लिए एक सैन्य और राजनीतिक खतरा है और इसे नष्ट कर दिया जाना चाहिए. हमद ने कहा कि हमें यह बात जोर देकर कहने में कोई शर्मिंदगी महसूस नहीं होती. इजराइल को उसके कर्मों के लिए भुगतना होगा. इसके लिए हम बार-बार हमला करेंगे.

हमास दावा किया है कि इजरायल ने लगातार दूसरे दिन गाजा शहर के पास एक शरणार्थी शिविर में रिहाइशी इमारतों को हवाई हमलों में निशाना बनाया, जिससे कई लोग हताहत हुए हैं. बुधवार को किए गए हमले में हताहतों की संख्या का तत्काल पता नहीं चल पाया. उत्तरी गाजा से रिपोर्टिंग कर रहे अल-जज़ीरा टेलीविजन चैनल ने तबाही और बच्चों सहित घायलों को अस्पताल लाए जाने की फुटेज प्रसारित की.

दूसरी तरफ बोलीविया सरकार ने गाजा पट्टी में हमास उग्रवादियों के खिलाफ इजराइली सैन्य हमले को समाप्त करने का आह्वान करते हुए मंगलवार को इजराइल के साथ राजनयिक संबंध खत्म कर दिए. बोलीविया के उप विदेश मंत्री फ्रेडी ममानी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘बोलीविया ने गाजा पट्टी में जारी भीषण इजराइली सैन्य हमले की निंदा करते हुए इजराइल के साथ राजनयिक संबंध तोड़ने का फैसला किया है.’ देश के वामपंथी राष्ट्रपति लुइस अर्से लंबे समय से इज़राइल के आलोचक रहे हैं और इससे पहले 2009 में गाजा से जुड़ी लड़ाई को लेकर उन्होंने इज़राइल के साथ राजनयिक संबंध तोड़ दिए थे। साल 2020 में राजनयिक संबंध फिर से बहाल हुए थे.

(एजेंसी इनपुट के साथ)

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